-
जगह-जगह हुई कडी नाकाबंदी और चेकिंग
-
सीपी डॉ. आरती सिंह खुद रातभर रहीं ‘ऑन रोड’
-
लोगों ने अपने घरों में रहकर ही मनाया नये साल का जश्न
-
रात 12 बजे विभिन्न इलाकोें में हुई जबर्दस्त आतिशबाजी
अमरावती प्रतिनिधि/दि.१ – अमूमन प्रति वर्ष 31 दिसंबर व 1 जनवरी की दरम्यानी रात लोगों द्वारा बडे जोशोखरोश के साथ नये साल का स्वागत उल्हासपूर्ण ढंग से किया जाता है. किंतु इस बार शहर में कहीं पर भी ऐसा कोई नजारा दिखाई नहीं दिया, क्योंकि कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए सरकार की ओर से नाईट कर्फ्यू के आदेश जारी किये गये है. ऐसे में शहर पुलिस द्वारा नव वर्ष की पूर्व संध्या पर किसी भी तरह के हो-हल्ले व हुडदंग को रोकने हेतु बेहद कडे इंतजाम किये गये थे और पूरे शहर में जगह-जगह पर पुलिस बंदोबस्त तैनात करते हुए कडी नाकाबंदी लगायी गयी थी. जिसके चलते रात 10 बजते-बजते शहर की सडकों पर सन्नाटा पसरना शुरू हो गया था, और चारों ओर केवल पुलिस वाहनों के सायरनों की गूंज ही सुनायी दे रही थी.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, 31 दिसंबर की रात कानून व व्यवस्था की स्थिति बनाये रखने हेतु लगाये गये पुलिस बंदोबस्त का जायजा लेने के लिए शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह खुद ‘ऑन रोड’ उतरी और उन्होंने शहर के विभिन्न चौक-चौराहों तथा फिक्स पॉइंट ड्यूटी पर लगाये गये पुलिस बंदोबस्त को विजीट देते हुए वहां तैनात अधिकारियोें को आवश्यक दिशानिर्देश जारी किये. साथ ही पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह ने राजकमल चौक पर कुछ होटलों के भीतर जाकर वहां के माहौल का जायजा लिया और होटल में रूके लोगों की तलाशी भी ली गयी. जिसके तहत यह जांचा गया कि, कहीं कोई चोरी-छिपे तरीके से तो ‘पार्टी’ नहीं मना रहा. इसके अलावा डीबी स्कॉड व अन्य पथकों ने भी शहर एवं आसपास के क्षेत्रों में स्थित होटल, बार व रेस्टॉरेंट को खंगालते हुए आवश्यक जांच-पडताल की.
-
हर चेक पॉइंट पर वाहनों की हुई कडाई से जांच
अमरावती शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर नाकाबंदी करने के साथ ही शहर पुलिस आयुक्तालय की सीमा पर आठ स्थानों पर चेक पॉइंट बनाये गये थे. जहां से गुजरनेवाले हर एक छोटे-बडे वाहन को रूकवाकर कडाई के साथ जांच व पूछताछ की. साथ ही नियमों का उल्लंघन करनेवालों पर त्वरित कार्रवाई की गई. इसमें से शराब पीकर गाडी चलानेवाले, ट्रिपल सीट टू विलर तथा बिना मास्क पहने घूम रहे लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किये गये. साथ ही ड्रंकन ड्राईववाले मामलों में पकडे गये लोगों को तुरंत इर्विन अस्पताल ले जाकर उनकी मेडिकल जांच करवायी गयी. जिसकी वजह से इर्विन अस्पताल में देर रात ड्रंकन ड्राईव में पकडे गये लोगोें व उन्हें पकडकर लानेवाले पुलिस कर्मियों की अच्छीखासी भीड भी जमा हो गयी.
-
रातभर चलता रहा पुलिस का बंदोबस्त
इस पुलिस बंदोबस्त में सीपी डॉ. आरती सिंह सहित दो डीसीपी, तीन एसीपी तथा 80 से अधिक पुलिस अधिकारी व 700 के करीब महिला व पुरूष पुलिस कर्मचारी बंदोबस्त में तैनात थे. रात 10 बजे शहर के राजकमल चौक, पंचवटी चौक, इर्विन चौक, शेगांव नाका, बियाणी चौक, गर्ल्स हाईस्कूल चौक, चपरासीपूरा, यशोदानगर, दस्तुरनगर, राजापेठ, नवाथे, साईनगर व बडनेरा ऐसे करीब 40 से अधिक स्थानों पर बैरिकेटिंग की गई थी. जहां पर सभी 10 पुलिस थानों के पीआई, एपीआई व पीएसआई सहित क्यूआरटी पथक, दंगा नियंत्रण पथक, अपराध शाखा, आरपीसी पथक एवं दामिनी पथक के अधिकारी व कर्मचारी मुस्तैद रहकर नाईट कर्फ्यू को सफल बनाते दिखे.
-
रात 12 बजते ही हुई जबर्दस्त आतिशबाजी
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, सरकार एवं प्रशासन द्वारा इस बार सभी लोगों से कोरोना खतरे के मद्देनजर अपने-अपने घरों में रहकर ही नववर्ष का जश्न मनाने का आवाहन किया गया था. साथ ही लोगों से आतिशबाजी नहीं करने की अपील भी की गई थी, ताकि प्रदूषण का स्तर ना बढे. हालांकि इसके बावजूद भी रात ठीक 12 बजते ही शहरवासियों ने अपने-अपने घरों में जमकर आतिशबाजी करते हुए नववर्ष का स्वागत किया. जिसकी वजह से रात 12 बजे के बाद करीब 15 मिनट तक शहर में दीपावली जैसा दृष्य दिखाई दिया और लोगों ने अपने घरों में रहते हुए अपने परिवार के साथ जमकर नये साल का जश्न मनाया.