केवल कागजों पर ही है रात्रीकालीन कर्फ्यू
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रात के समय सडकोें पर बेखौफ घुम रहे है लोगबाग
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प्रशासन का कोई ध्यान नहीं, पुलिस भी नहीं कर रही कार्रवाई
अमरावती/प्रतिनिधि दि.१२ – इस समय लॉकडाउन पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है और अनलॉक की प्रक्रिया के तहत दिनभर कामकाज करने की छूट देने के साथ ही रोजाना रात ९ बजे से सुबह ७ बजे तक कर्फ्यू लागू रहने का आदेश विगत दिनों जारी किया गया था, लेकिन शहर सहित जिले के हालात को देखते हुए कहा जा सकता है कि, इस समय रात्रीकालीन कर्फ्यू केवल कागजों पर ही लागू है और उसका हकीकत से कोई वास्ता नहीं है.क्योंकि रात १२-१ बजे तक लोगबाग बडे बेखौफ तरीके से शहर की सडकों पर घुमते दिखाई दे रहे है, जिसकी ओर प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है. साथ ही पुलिस महकमे द्वारा भी ऐसे लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही. जिसके चलते लोगों में कर्फ्यू के आदेश एवं कानूनी नियमों का कोई भय नहीं बचा हुआ है. उल्लेखनीय है कि, २३ मार्च से लॉकडाउन शुरू होने के बाद ५ जून से अनलॉक की प्रक्रिया चरणबध्द ढंग से शुरू की गई. जिसके तहत अब धीरे-धीरे कुछ एक बातों को छोडकर लगभग सभी क्षेत्रों में कामकाज शुरू करने की छूट व अनुमति दे दी गई है. लेकिन लोगों को बाहर निकलते समय मास्क व सैनिटाईजर का प्रयोग करने एवं सोशल डिस्टंqसग के नियमों का पालन करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही आगामी ३० सितंबर तक रोजाना रात ९ बजे से सुबह ७ बजे तक कर्फ्यू लागू रखने के आदेश भी जारी किये गये है, लेकिन देखा जा रहा है कि, अनलॉक की प्रक्रिया के तहत छूट मिलने के साथ ही लोगबाग कोरोना के खतरे को लेकर काफी हद तक बेफिक्र व लापरवाह हो गये है. साथ ही दिनभर बिना मास्क लगाये इधर-उधर घुमने के साथ ही रात के समय भी अपने घरों से बाहर निकलकर घुम रहे है. हालांकि जितनी रफ्तार से लोग कोरोना के खतरे को लेकर लापरवाह हो रहे है, उतनी ही रफ्तार से अब कोरोना का संक्रमण जिले में चहुंओर पांव पसार रहा है. जिसके चलते अब आये दिन रोजाना १५० से २०० कोरोना संक्रमित मरीज मिलने शुरू हो गये है और आये दिन किसी न किसी मरीज की मौत भी हो रही है. बावजूद इसके कफ्र्यू के आदेशों को लेकर न तो प्रशासन ही गंभीरता दिखा रहा है और नहीं ही आम लोगबाग ही गंभीर हो रहे है.