मुंबई/दि.25- केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के पुत्र तथा रत्नागिरि के पूर्व सांसद नीलेश राणे व्दारा सक्रीय राजकारण से संयास लेने का निर्णय उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मध्यस्था के बाद पीछे ले लिया गया है. राणे से मंत्री रवींद्र चव्हाण ने भेंट की. उन्हें फडणवीस से मिलाने डीसीएम के बंगले पर लाया. उपरांत राणे का निर्णय रद्द किए जाने की जानकारी रवींद्र चव्हाण ने मीडिया को दी. नीलेश राणे ने ऐन दशहरे के दिन अचानक सियासत से संयास का ऐलान किया था. जिसके बाद उनसे मिलने हजारों कार्यकर्ता कणकवली पहुंच गए थे. मुंबई से भी अनेक कार्यकर्ता कणकवली की ओर रवाना हुए थे. कुडाल नगर पंचायत के दो नगरसेवक अभिषेक गावंडे एवं प्राजक्ता शिवलकर ने इस्तीफा दिया था. बता दें कि राणे 2009 में कांग्रेस के टिकट पर सांसद चुने गए थे. उम्र के 28वें वर्ष में सांसद बने राणे को 2014 के चुनाव में शिवसेना के विनायक राउत ने मात दी थी. इस बार उनके सिंधुदुर्ग लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के रवींद्र चव्हाण के चुनाव लडने की संभावना है.