‘कैग’ की रिपोर्ट पर नितिन गडकरी नाराज
अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने के दिए निर्देश
नई दिल्ली/दि.19 – द्बारका द्रुतगति महामार्ग के निर्माण खर्च को लेकर नियंत्रक व महालेखा परीक्षक (कैग) के लेखा परीक्षण में उपलस्थित किए गए प्रश्नों को मंत्रालय स्तर पर योग्य प्रतिसाद नहीं मिलने के चलते केंद्रीय भुतल व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने अपनी नाराजगी जताई है. साथ ही अधिकारियों पर जबाबदारी निश्चित करने के निर्देश जारी किए है.
सूत्रों ने बताया कि, केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कुछ अधिकारियों की भूमिका को लेकर अपनी नाराजगी जताई है और कैग द्बारा उपस्थित की गई शंकाओं का समय पर निराकरण करने में असफल रहने के चलते संबंधितों की जबाबदारी निश्चित करने का निर्देश भी दिया है. ज्ञात रहे कि, भारतमाला प्रकल्प के पहले चरण अंतर्गत 91000 करोड रुपए की लागत से एक्सप्रेस वे तैयार करने के प्रस्ताव को 10 अगस्त 2016 को मंजूरी प्रदान की गई थी. परंतु बाद में एक्सप्रेस वे के निर्माण खर्च में काफी अधिक पैसा खर्च हुआ. जिसे लेकर कैग ने सडक व महामार्ग मंत्रालय से कई सवालों के जवाब मांगे थे.
* अनुुमानित से 12 फीसद कम खर्च का दावा
– सूत्रों के मुताबिक द्बारका एक्सप्रेस वे के चारो विभागों हेतु औसत 206.39 करोड रुपए प्रतिकिमी की दर से निविदा जारी की गई थी.
– परंतु 181.94 करोड प्रतिकिमी की दर पर करारनामा फाइनल किया गया. जो अपेक्षित अनुमान से 12 फीसद कम है.
– मंत्रालय के मुताबिक देश के एलिवेटेड रास्ते के तौर पर विकसित किया गया यह 8 लेन वाला पहला एक्सप्रेस वे है.