* संगठन ने की कार्रवाई की मांग, कोतवाली में दी शिकायत
* यूरिया को लेकर आरोप-प्रत्यारोप
अमरावती/दि.22- ऑटो रिक्शा चालकों के हित साधते-साधते नितिन मोहोड को आज किसानों पर प्यार उमड़ आया. उन्होंने कॉटन मार्केट रोड पर अनेक कृषि केंद्रों में जाकर बिजाई और खाद यूरिया की उपलब्धता देखी. ऐसे ही एक केंद्र पर मांगने पर यूरिया नहीं देने वाले केंद्र संचालक रीतेश राठी की पिटाई कर दी. जिससे गुस्साएं कृषि केंद्र संचालकों के संगठन ने बेमियादी हड़ताल शुरु कर दी. संगठन के अध्यक्ष मिलिंद इंगोले ने अमरावती मंडल से बातचीत में कई तरह के आरोप मोहोड़ पर लगाए. उसी प्रकार मोहोड़ और उनके साथियों पर कार्रवाई होने तक हड़ताल जारी रखने की घोषणा भी इंगोले ने कर दी. उन्होंने दावा किया कि कल शुक्रवार तक कार्रवाई नहीं हुई तो पूरे जिले के लगभग 1300-1400 कृषि केंद्र बंद कर दिए जाएंगे. भर सीजन में किसानों को होने वाली दिक्कतों का जिम्मेदार प्रशासन रहेगा.
* क्या हुई घटना?
नितिन मोहोड ने कृषि केंद्रों पर किसानों की लूट का आरोप लगाया. उन्होंने बताया कि आज सुुबह 11 बजे वे दत्त मंदिर, कृषि समृद्धि और आनंद ट्रेडर्स नामक दूकानों में यूरिया खरीदने गए तो उन्हें उपलब्ध नहीं होने की बात कही गई. तब मोहोड ने कृषि अधिकारी चेेढे को बताया. चेढे ने कोई कमी नहीं होने और दत्त कृषि मंदिर में जाने कहा. वहां जाने पर कृषि अधिकारी की तरफ से यूरिया है, ऐसा बताया. इतना ही नहीं तो आनंद और कृषि समृद्धि में भी यूरिया है, ऐसा बोला. तब मोहोड ने कृषि सहसंचालक मुले को शिकायत दी. उन्होंने एक अधिकारी वहां भेजा. मोहोड के अनुसार तब तक राहुल माटोडे, चंदन नागमोते, सुनील राऊत और 20 कार्यकर्ता वहां पहुंच गए थे. उन्होंने जवाब चाहा तो सब दूकानदार मोहोड के अनुसार झूठ बोलने लगे. वहां पर गर्मागर्मी हो गई. मोहोड का दावा है कि कृषि कार्यालय में सभी स्टॉक और रजिस्टर लेकर कृषि केंद्र संचालकों को बुलाया गया है.
कोतवाली में शिकायत, हड़ताल आरंभ
अमरावती कृषि साहित्य विक्रेता संगठन के अध्यक्ष मिलिंद इंगोले ने आरोप लगाया कि मोहोड और उनके साथियों ने कृषि केंद्र पर नाहक हंगामा मचाया. कृषि समृद्धि के संचालक घनश्याम राठी के भतीजे रीतेश राठी से मारपीट की. उसी प्रकार दत्त कृषि मंदिर के गोपाल सोनी एवं आनंद ट्रेडर्स के बटुकभाई नदीयाना से भी गाली गलौच और दुर्व्यवहार किया. इंगोले ने मोहोड के साथ 10-15 कार्यकर्ता होने और उनके विरुद्ध सिटी कोतवाली में शिकायत देने की जानकारी दी. उसी प्रकार शहर के तहसील स्तर तक राठी के हमलावर पर कार्रवाई होने तक दूकानें बंद रखने की घोषणा कर दी. उन्होंने यह भी कहा कि कल तक कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में जिलास्तर पर आंदोलन छेड़ दिया जाएगा. इंगोले के अनुसार हड़ताल और इससे होने वाली किसानों की तकलीफ का जिम्मेदार प्रशासन रहेगा. इंगोले ने किसी भी प्रकार के यूरिया तथा बिजाई की कोई शॉर्टेज नहीं होने की बात कहते हुए कहा कि किसी भी स्थिति में कृषि केंद्र संचालक पर हाथ उठाने, कानून हाथ में लेने का हक किसी को नहीं है. दूकान पर हंगामा करने की बजाय मोहोड को बैठकर शांति से बात करनी थी. इसी प्रकार मोहोड चाहे तो शिकायत दे सकते थे. हाथ उठाने का उन्हें अधिकार नहीं है. उल्लेखनीय है कि कृषि साहित्य विक्रेता संगठन के जिले में लगभग 1300-1500 सभासद हैं. उनकी हड़ताल से किसानों को बड़ी परेशानी पेश आ सकती है. आज भी दोपहर 1 बजे से अचानक बंद हो जाने से कृषि केंद्रों पर खरीदी हेतु आये खेती-किसानी के लोगों को लौटना पड़ा. उनका चक्कर वाया गया.