गलती की माफी नहीं, सरकार को समर्थन भी नहीं आया काम
सांसद राणा को आरोपों से मुक्त करने पुलिस का विरोध
* कोर्ट में ‘से’ दाखिल
मुंबई/दि.4- पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बंगले मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा पाठ कर कानून और सुव्यवस्था में खलल डालने का प्रयत्न करने के मामले में आरोपी बनाई गई अमरावती की सांसद नवनीत राणा तथा उनके विधायक पति रवि राणा के आरोपों से मुक्त करने के निवेदन का पुलिस ने विरोध किया. पुलिस ने राणा दंपत्ति के सभी आरोप खारिज किए. जिससे स्पष्ट हो गया कि, गलती पर शिंदे-फडणवीस सरकार उसका समर्थन कर रहे नेताओं को भी क्षमा देने के पक्ष में नहीं है. उल्लेखनीय है कि गृह महकमा देवेंद्र फडणवीस स्वयं संभाल रहे हैं. सांसद और विधायक राणा उनके गुड बुक में शामिल हैं.
गत जनवरी में राणा पति-पत्नी ने विशेष न्यायालय में आरोप मुक्त करने आवेदन किया. जिस पर पुलिस ने सोमवार को उत्तर दाखिल किया है. जिसमें कहा गया कि आरोप पत्र द्वारा झूठे आरोप किए जाने का राणा का दावा गलत है. उसी प्रकार झूठी और गलत जानकारी के आधार पर राणा का कहना भी पुलिस ने खारिज किया. पुलिस ने उत्तर में कहा कि इस मामले में साक्षीदार जो है, वह सरकारी अधिकारियों के अधीनस्थ कर्मचारी है. राणा ने आवेदन में कहा था कि राजकीय लाभ के लिए उन पर गुनाह दाखिल किया गया और आरोप पत्र में फेरफार की गई. खुद को बेगुनाह बताते हुए राणा दंपत्ति ने आरोप मुक्ति की गुहार अदालत से लगाई है.उच्च न्यायालय में भी उन्होंने अर्जी दी है. पिछले वर्ष अप्रैल में राणा दंपत्ति ने मातोश्री बंगले के बाहर हनुमान चालीसा पाठ की घोषणा की थी. जिसके बाद शिवसैनिकों ने खार स्थित उनके बंगले के बाहर ठिया लगाया था. कानून और व्यवस्था न बिगड़ने देने पुलिस ने राणा को गिरफ्तार किया. मुंबई में वातवरण उस समय तंग हो गया था.