अब तक कहीं कोई हलचल या गतिविधि नहीं
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दस दिवसीय गणेशोत्सव शुरू होने में बचे है मात्र १०-११ दिन
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गणेशोत्सव के उत्साह पर कोरोना पड रहा भारी
अमरावती/प्रतिनिधि दि.१२ -आगामी २२ अगस्त से दस दिवसीय गणेशोत्सव का प्रारंभ होने जा रहा है, लेकिन शहर में अब तक कहीं पर भी गणेशोत्सव को लेकर कोई उत्साह दिखाई नहीं दे रहा. यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, अमरावती शहर में गणेशोत्सव पर्व बडी धूमधाम से मनाया जाता है और गणेशोत्सव शुरू होने के एक-डेढ माह पहले ही शहर के सभी सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों द्वारा जोरदार ढंग से अपनी तैयारियां शुरू कर दी जाती है, लेकिन इस वर्ष कोरोना का खतरा जारी रहने के चलते जहां एक ओर सरकार ने प्रतिबंधात्मक उपायों को लेकर बेहद कडे दिशानिर्देश जारी कर रखे है. जिसके तहत सोशल डिस्टंसिंग के नियमों का पालन करने और किसी भी सार्वजनिक स्थान पर भीडभाड नहीं करने का नियम सबसे प्रमुख है. जिसके चलते इस बार शहर में कही पर भी सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों में गणेशोत्सव का उत्साह दिखाई नहीं दे रहा.
ज्ञात रहें कि, सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों को गणेशोत्सव से पहले स्थानीय पुलिस प्रशासन से अनुमति लेना अनिवार्य किया गया है. जिसके तहत गत वर्ष अमरावती पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र के १० पुलिस थानांतर्गत ४७३ गणेश मंडलों ने अनुमति हेतु आवेदन किया था, लेकिन इस वर्ष गणेशोत्सव शुरू होने में मात्र दस दिन बचे हुए है और अब तक पुलिस प्रशासन के पास एक भी सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल की ओर से अनुमति प्राप्त करने के लिए आवेदन नहीं आया है. इस संदर्भ में जानकारी हेतु संपर्क किये जाने पर शहर पुलिस आयुक्तालय के एक अधिकारी ने बताया कि, पिछले साल इस समय तक अधिकांश सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों द्वारा अनुमति मांग ली गयी थी, तथा पुलिस प्रशासन द्वारा आधे से अधिक गणेशोत्सव मंडलों को सभी दस्तावेजों की पडताल के बाद अनुमति दी जा चुकी थी, लेकिन इस बार अब तक एक भी सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल की ओर से अनुमति मांगने हेतु आवेदन नहीं आया है.
ज्ञात रहे कि, कोरोना के खतरे को देखते हुए राज्य सरकार ने सभी सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों के लिए दिशानिर्देश जारी करते हुए कहा था कि, इस बार किसी भी सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल द्वारा कोई झांकी साकार नहीं की जायेगी. साथ ही चार फुट से अधिक उंची गणेश प्रतिमा भी स्थापित नहीं की जायेगी. इसके अलावा इस वर्ष शोभायात्रा व जुलुस जैसे कोई आयोजन नहीं होंगे तथा सार्वजनिक गणेश मंडलों में दर्शन हेतु आनेवाले गणेश भक्तों को सोशल डिस्टंसिंग के नियम का प्रयोग करना होगा. वहीं सभी गणेश भक्तों के लिए मास्क व सैनिटाईजर उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी भी संबंधित गणेश मंडलों की होगी. इस तरह के अनेकों दिशानिर्देशों तथा कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए अमरावती शहर व जिले सहित राज्य के सभी सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों में इस वर्ष दस दिवसीय गणेशोत्सव को बेहद सीधे-साधे व सामान्य ढंग से मनाने का निर्णय लिया है और सीएम उध्दव ठाकरे के साथ झूम एॅप के जरिये हुई ऑनलाईन मीटिंग में सभी ने इस बात को लेकर हामी भरी थी कि, इस वर्ष गणेशोत्सव पर्व पर कहीं कोई भव्य-दिव्य आयोजन नहीं होगा और कोई झांकी, जुलुस या शोभायात्रा जैसे आयोजन भी नहीं होंगे. जिसके चलते इस बार सभी छोटे-बडे सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों में इस समय पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है.