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23 दिनों से लापता चार बच्चों का कोई पता नहीं

फ्रेजरपुरा पुलिस का एक दल हो रहा मुंबई रवाना

अमरावती/प्रतिनिधि दि.१५ – बीते 23 दिनों से शहर के सुपर एक्सप्रेस हाईवे के पुलिया के नीचे नये बायपास वडाली परिसर में अस्थायी रुप से रहने वाले एक परिवार के चार बच्चे लापता है. इन बच्चों का अब तक कोई भी पता नहीं लग पाया है. जिसके चलते अब इन बच्चों को ढुंढने के लिए फे्रेजरपुरा पुलिस का एक दल मुंबई रवाना हो रहा है. यह जानकारी फे्रजरपुरा थाने के वरिष्ठ पीआई आठवले ने दी है.
यहां बता दें कि नये बायपास वडाली परिसर में जयसिंग दौलतराव चव्हाण का परिवार अस्थायी झोपडी बनाकर रहता है. बीते अगस्त माह 23 तारीख को शाम के समय जयसिंग के दो बेटे और जयसिंग की बहन के दो बेटे झोपडी के पास खेल रहे थे. वहीं जयसिंग की पत्नी झोपडी में खाना पका रही थी. खाना बनने के बाद जब जयसिंग की बहन बच्चों को बुलाने गई तब चारों बच्चें वहां से लापता दिखाई दिये. उसने यह बात अपने परिजनों को बताई. जयसिंग चव्हाण और उनका पूरा परिवार बच्चों की तलाश में जूट गया. अपने सभी नजदीकी रिश्तेदारों के यहां तलाश करने के बाद भी जब चारों बच्चों का कही पता नहीं चला तब आखिर जयसिंग चव्हाण ने फे्रजरपुरा पुलिस थाने में आकर चारों बच्चों के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी. फे्रजरपुरा पुलिस ने शिकायत पर यह मामला दफा 363 के तहत मामला दर्ज किया था.
शिकायतकर्ता जयसिंग दौलतराव चव्हाण (35) का कहना है कि उनका व्यवसाय इस गांव से उस गांव में भटककर वहां अस्थायी रुप से झोपडी डालकर रहते है. इसके कारण उनके रिश्तेदार भी किसी एक जगह पर नहीं रहते. जिससे चारों बच्चों की उनके रिश्तेदारों के यहां तलाश करने में उन्हें आठ दिन का समय लगा है. इस दौरान बच्चों का कही पर भी पता नहीं चलने से उन्हें संदेह हुआ है कि चारों मासूम बच्चों का किसी ने अपहरण कर लिया. फे्रजरपुरा थाने की महिला पुलिस निरीक्षक सोनाली मेश्राम ने घटनास्थल को भेंट देकर घटना की सभी प्राथमिक जानकारी इकट्ठा की और बच्चों की तलाश आरंभ की थी. हालांकि इतनी जांच पडताल करने के बावजूद भी चारों बच्चों का पता नहीं लग पाया. जिसके बाद फे्रजरपुरा थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक राहुल आठवले ने बच्चों को ढुंढने के लिए एक पुलिस टीम का गठन किया है. यह टीम लापता चारों बच्चों को ढुंढने के लिए मुंबई रवाना होने वाली है.

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