अचलपूर थाने का सिपाही विशाल थोरात निलंबित
फर्निचर व्यवसायी से 80 हजार की रिश्वत मामले में

अचलपूर/प्रतिनिधी दि. 6 – अचलपूर पुलिस थाने में कार्यरत पुलिस सिपाही विशाल थोरात को ग्रामीण पुलिस अधिक्षक ने निलंबित कर दिया है. सिपाही विशाल थोरात पर अचलपूर के एक फर्निचर व्यवसायी से 80 हजार रूपये की रिश्वत लेने का आरोप लगा था, जिसके बाद ग्रामीण पुलिस अधिक्षक ने निलंबन की कार्यवाही की है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार अचलपुर के सुल्तानपुरा निवासी स्वप्नील हिरूलकर ने 19 जुलाई को ग्रामीण पुलिस अधिक्षक डॉ. हरी बालाजी एन से की गई शिकायत में कहा था कि वह अपनी दुकान में ट्रक से सागौन भरकर लेकर जा रहा था. तब अचलपूर पुलिस थाने में कार्यरत सिपाही विशाल थोरात और एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने ट्रक को रोक कर जांच-पडताल की थी तथा सागौन अवैध रहने की बात कहते हुए 80 हजार रूपये की रिश्वत ली थी. सुल्तानपुरा निवासी स्वप्नील हिरूळकर की सुल्तानपुरा में ही छत्रपती फर्निचर नाम से दुकान है. उक्त व्यापारी स्वयं फॉरेस्ट डेपो से हमेशा सागौन लकडो की खरीदी करते है. उनके पास अधिकत रूप से सागौन दुकान का लायसेन्स है. वह सागौन लकडे की कटाई परतवाडा स्थित आरामशीन में करवा कर अपनी दुकान में फर्निचर बनाते है. 13 जुलाई की रात 8 बजे के आसपास हिरूलकर परतवाडा से ट्रक में सागौन लादकर अपने दुकान पर लेकर जा रहे थे. तब सिपाही विशाल थोरात ने ट्रक को रोका और गाडी पुलिस स्टेशन लेकर जाने के लिए कहा. उसके बाद दबावतंत्र का इस्तेमाल कर 80 हजार रूपये तत्काल देने की मांग की. जिसके बाद हिरूलकर ने अपनी मां के गहने गिरवी रखने के साथ ही अपने दोस्तों से उधार लेकर पैसो का जुगाड किया. पश्चात 80 हजार रूपये लेकर अचलपुर थाने के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी व सिपाही विशाल थोरात ने सागौन से लदी गाडी छोड दी. इस मामले में अचलपुर के उपविभागीय पुलिस अधिकारी ने फर्निचर व्यवसायी का बयान दर्ज किया था. जिसके बाद ग्रामीण पुलिस अधिक्षक ने सिपाही थोरात के निलंबन का आदेश जारी किया. इस रिश्वत प्रकरण मामले की जांच की जायेगी. इसमे ओर आगे क्या कार्यवाही होती है. यह जांच के बाद ही पता चलेगा.