महानगरपालिका नहीं, महानरक पालिका है ये
युवा स्वाभिमान पार्टी ने किया मनपा पर हल्लाबोल
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शहर में व्याप्त गंदगी के लिए अधिकारियों, ठेकेदारों व पार्षदों की मिलीभगत को बताया जिम्मेदार
अमरावती/प्रतिनिधि दि.2 – इन दिनों अमरावती महानगरपालिका के कुछ नगरसेवकों, अधिकारियों व ठेकेदारों की आपसी सांठ-गाठ व मिलीभगत के चलते शहर में चारों ओर गंदगी व कचरे का साम्राज्य व्याप्त है. जिसकी वजह से डेंग्यू व चिकनगुनिया जैसी बीमारियां फैल रही है और लोगबाग नरक जैसे हालात में जीने के लिए मजबूर है. ऐसे में अमरावती की महानगरपालिका को महानरक पालिका कहा जाना चाहिए. इस आशय का आरोप लगाते हुए युवा स्वाभिमान पार्टी द्वारा सोमवार की सुबह अमरावती मनपा मुख्यालय में हल्लाबोल आंदोलन किया गया.
मनपा मुख्यालय परिसर में कचरा फेंकते हुए मनपा प्रशासन का निषेध करने के साथ ही युवा स्वाभिमान पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने कहा कि, यदि आगामी आठ दिनों के भीतर शहर में सही ढंग से साफ-सफाई नहीं हुई, तो युवा स्वाभिमान द्वारा मनपा अधिकारियों के उपर कचरा फेंका जायेगा.
इस आंदोलन में विद्यार्थी स्वाभिमान के जिलाध्यक्ष अनुप अग्रवाल, हॉकर्स यूनियन के शहराध्यक्ष गणेश मरोडकर, स्वाभिमान हेल्प लाईन के शहराध्यक्ष सद्दाम हुसैन, बडनेरा के नितीन सोलंके, अमोल काले, पवन भोयर, सचिन बोंडे, अवि जगदाले, मोहन येखंडे, अनिकेत देशमुख, गौतम हिरे, सत्यम राउत, शुभम अवघड व कुणाल आर्के सहित अनेकों पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे.