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शहर में इस बार दहीहांडी नहीं

कोरोना व लॉकडाउन के चलते प्रशासन ने नकारी अनुमति

अमरावती प्रतिनिधि/दि.८ – प्रतिवर्ष कृष्ण जन्माष्टमी पर्व के अवसर पर अमरावती शहर में कई स्थानों पर बडी धूमधाम से दहीहांडी का आयोजन किया जाता है. इसमें भी कही दहीहांडियां बडी ईनामी राशियोंवाली होती है. जिसमें शहर व जिले सहित समूचे विदर्भ क्षेत्र से हिस्सा लेने के लिए गोqवदा टीमें आती है, लेकिन इस बार कृष्ण जन्माष्टमी पर्व के अवसर पर शहर में कहीं पर भी दहीहांडी का आयोजन नहीं किया जायेगा, क्योंकि  कोरोना के खतरे एवं लॉकडाउन संबंधी नियमों को देखते हुए प्रशासन द्वारा दहीहांडी के आयोजन को अनुमति देने से इन्कार कर दिया गया है.  बता दें कि, दहीहांडी के आयोजन अवसर पर काफी भीडभाड का माहौल रहता है और इस आयोजन में शामिल होनेवाली गोविंदा टीमों के अलावा ऐसे आयोजनों में गोविंदा टीमों का उत्साह बढाने हेतु और दहीहांडी देखने हेतु हजारों लोगों की भीड उमडती है. किंतु इस वर्ष कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए प्रशासन द्वारा सोशल डिस्टन्सिंग के नियमों को लागू किया गया है. जिसके तहत सार्वजनिक स्थानों पर भीडभाड करने तथा कहीं पर भी कोई धार्मिक आयोजन या सम्मेलन करने को स्पष्ट रूप से मना किया गया है. ऐसे में यह पहले से ही साफ है कि, इस वर्ष सरकार एवं प्रशासन द्वारा दहीहांडी के आयोजन को अनुमति नहीं दी जानी है. जिसके चलते इस बार किसी भी संस्था या संगठन द्वारा दहीहांडी की अनुमति प्राप्त करने हेतु प्रशासन के पास आवेदन भी नहीं किया गया है. वहीं प्रशासन की ओर से भी स्पष्ट किया गया है कि, यदि किसी संस्था या संगठन की ओर से ऐसा कोई आवेदन मिलता भी है तो उसे ऐसी कोई अनुमति नहीं दी जायेगी. ऐसे में इस वर्ष कृष्ण जन्माष्टमी के पर्व पर शहर में कहीं पर भी ‘गोविंदा आला रे‘ की धुम और दहीहांडी का उत्साह व उल्लास का नजारा दिखाई नहीं देगा.  इस संदर्भ में जिलाधीश शैलेश नवाल, मनपा आयुक्त प्रशांत रोडे तथा पुलिस आयुक्त संजय बावीस्कर से संपर्क किये जाने पर उन्होंने कहा कि, शहर सहित जिले में आगामी ३१ अगस्त तक लॉकडाउन जारी है. इस दौरान शहर सहित जिले में कहीं पर भी सार्वजनिक स्थानों पर भीडभाड करने अथवा कही पर भी किसी भी तरह का कोई धार्मिक, सामाजिक अथवा राजनीतिक आयोजन करना प्रतिबंधित किया गया है. ऐसे में दहीहांडी जैसे आयोजन को अनुमति देने का सवाल ही नहीं उठता. अत: इस बार शहर में कहीं पर भी ऐसा कोई आयोजन नहीं होगा. वहीं शहर के कृष्ण मंदिरों में भी सोशल डिस्टन्सिंग के नियमों का पालन करते हुए कृष्ण जन्मोत्सव मनाने के निर्देश जारी किये गये है.

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