* कार्यकर्ताओं का भ्रम दूर करने की कोशिश
दिल्ली/दि.8– राकांपा शरद पवार गुट के सर्वेसर्वा शरद पवार ने अपने समर्थक नेताओं और कार्यकर्ताओं का यह कहते हुए असमंजस्य दूर करने का प्रयत्न किया कि उनका धडा बिल्कुल भाजपा के साथ नहीं जाएगा. भाजपा के विरोध में ही लडना है. पार्टी कार्यकर्ता लगातार संभ्रम में थे. जिससे पवार ने आज यहां उनके घर आयोजित बैठक में भूमिका स्पष्ट कर शंका कुशंका दूर करने की कोशिश की. पवार ने सोमवार को चुनाव आयोग से विनती की थी कि अजीत पवार के घडी चुनाव निशानी पर अधिकार को अमान्य कर दें तथापि पवार ने राकांपा में कोई झगडा न होने का भी उल्लेख किया था. इससे भी पार्टी कार्यकर्ताओं में भ्रम बढा था. उल्लेखनीय है कि शरद पवार पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच सांझा करते नजर आए. जब उनके हस्ते मोदी को लोकमान्य तिलक पुरस्कार दिया गया.
* राज्यसभा से सदस्य गैरहाजिर
राकांपा में अभी भी अनिश्चय की स्थिति अनेक कार्यकर्ता, पदाधिकारी देख रहे हैं. क्योंकि गत रात राज्यसभा में दिल्ली विधेयक पर वोटिंग दौरान राकांपा के सांसद अनुपस्थित रहे. हालांकि उनमें अजीत पवार गुट के प्रफुल पटेल का समावेश है. फिर भी पार्टी के अन्य सांसदों की अनुपस्थिति को लेकर चर्चा थम नहीं रही है.