* पाठ्यक्रम में भी होगा बदलाव
अमरावती /दि.24– कक्षा 10 वीं व 12 वीं की परीक्षा को विद्यार्थियों के लिहाज से टर्निंग प्वॉईंट माना जाता है. क्योंकि यहीं से यह तय होता है कि, विद्यार्थी आगे चलकर किस क्षेत्र में उच्च शिक्षा हासिल करते हुए अपना करियर बनाएंगे. वहीं अब कक्षा 10 वीं व 12 वीं की परीक्षा के संदर्भ में केंद्र शिक्षा मंत्रालय ने एक बडा निर्णय लिया है. जिसके चलते कक्षा 10 वीं व 12 वीं की बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार ली जाएगी. साथ ही परीक्षा के संदर्भ में इस बदलाव को अमल में लाने हेतु वर्ष 2024-25 के शैक्षणिक सत्र में पाठ्यक्रम को भी थोडा बदलते हुए उस लिहाज से पाठ्यक्रपुस्तके उपलब्ध कराई जाएगी. नई राष्ट्रीय शिक्षानीति के तहत यह अंतिम प्रारुप प्रकाशित किया गया है. जिस पर आगामी शैक्षणिक सत्र से अमल किया जाएगा.
एनसीईआरटी यानि राष्ट्रीय शिक्षा संशोधन व प्रशिक्षण परिषद द्बारा इस संदर्भ में दी गई जानकारी के मुताबिक विद्यार्थियों पर बोर्ड परीक्षा का तनाव न आए और यह परीक्षा उनके लिए सुलभ हो, साथ ही उन्हें अच्छे अंक हासिल करने का अवसर मिले. इस दृष्टिकोण से यह निर्णय लिया गया है. जिसके अलावा कक्षा 11 वीं व 12 वीं के विद्यार्थियों हेतु 2 भाषाएं अनिवार्य रहेगी. जिसमें से एक भाषा स्थानीय भारतीय भाषा होगी.