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अब मध्यम वर्गीय कॉलनियों व संभ्रान्त बस्तियों में कहर ढा रहा कोरोना

विगत १ माह के आंकडों से स्पष्ट हुई जानकारी

अमरावती/प्रतिनिधि दि.१६ – इस समय अमरावती के लगभग सभी रिहायशी क्षेत्र में कोरोना संक्रमण की चपेट में है और आये दिन शहर के हर एक रिहायशी क्षेत्र से बडी संख्या में कोरोना संक्रमित मरीज पाये जा रहे है. इसमें भी विगत १ माह के आंकडों को देखते हुए यह स्पष्ट हो रहा है कि, अब कोरोना की संक्रामण बीमारी शहर के मध्यम वर्गीय कॉलोनियों व संभ्रान्त इलाकों में बडी तेजी से पांव पसार रही है और बडी संख्या में नौकरी पेशा व व्यवसायी वर्ग के लोग कोरोना संक्रमण की बीमारी की चपेट में आ रहे है. यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, अमरावती शहर में कोरोना का सबसे पहला संक्रमित मरीज हाथिपुरा परिसर में ३ अप्रैल को पाया गया है. जिसकी २ अप्रैल को ही मौत हो चुकी थी तथा मृत्यु पश्चात उसकी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आयी थी. इसके बाद हाथिपुरा के आसपास स्थित हैदरपुरा, पठान चौक, जमीन कॉलोनी, हनुमान नगर जैसे कई रिहायशी इलाकों में करीब १ माह तक कोरोना संक्रमण का तांडव जारी रहा. साथ ही साथ यह संक्रामण बीमारी रतनगंज, मसानगंज व फ्रेजरपुरा जैसे अन्य इलाकों में भी पहुंची. जहां पर मई व जून माह के तक कोरोना संक्रमित मरीज मिलते रहे और इनमें से कई मरीजों की मौत भी हुई. लेकिन इस समय तक शहर के अन्य रिहायशी इलाके और जिले के ग्रामीण क्षेत्र इस बीमारी के संक्रमण से लगभग अछूते थे. qकतु जून माह के बाद शहर के अन्य रिहायशी इलाकों सहित जिले के ग्रामीण क्षेत्र  में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलने लगा और आज शहर के कई संभ्रान्त इलाकों में रहने वालों लोग भी इस बीमारी की चपेट में आ गये है. इस समय अमरावती शहर सहित जिले का कोई भी ऐसा इलाका नहीं है, जहां पर कोरोना संक्रमित मरीज न पाया गया हो. लेकिन सर्वाधिक उल्लेखनीय यह है कि, शुरुआती दौर में जो इलाके कोरोना संक्रमण के लिहाज से हॉटस्पॉट बन गये थे अब उन इलाकों में कोरोना का संक्रमण लगभग पूरी तरह से रुक गया है तथा उन इलाकों में इक्का-दुक्का मरीज ही पाये जा रहे है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक घनी बस्ती इलाकों में रहने वाले लोगों में हर्ड इम्यूनिटी बडी तेजी से फैलती है. ऐसे में जितनी तेजी से घनी बस्ती वाले इलाकों में कोरोना का संक्रमण फैला उतनी ही तेजी से वहां पर हर्ड इम्यूनिटी भी विकसीत हुई. जिसके चलते ऐसे इलाकों में कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीरे-धीरे खूद ही रुक गई.
वहीं कोरोना की बीमारी से बचने हेतु तमाम ऐहतियात करने के बावजूद शहर के मध्यम वर्गीय एवं संभ्रान्त वर्ग के लोग इस समय कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहे है और चूंकि मध्यम वर्गीय कॉलोनियों व संभ्रान्त इलाकों में लोगबाग काफी दूर-दूर रहते है और लोगों का आपसी मेल-मिलाप भी बेहद कम होता है. जिसकी वजह से हर्ड इम्यूनिटी बढने में काफी वक्त लगता है. यहीं वजह है कि, आये दिन शहर के नये-नये इलाके अब कोरोना के लिहाज से हॉटस्पॉट बनने लगे है. वहीं पूराने हॉटस्पॉट वाले इलाके में कोरोना का संक्रमण अब पूरी तरह से रुक गया है.

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