अमरावतीमुख्य समाचार

अब ट्राफिक पुलिस सहित दामिनी पथक के पास होगी ‘तीसरी आंख’

कंधे पर लगा रहेगा बॉडी कैमेरा

  • हाईटेक होने जा रही शहर पुलिस

अमरावती प्रतिनिधि/दि.७ – अक्सर शहर के चौक-चौराहों पर अपना कर्तव्य निभानेवाले यातायात पुलिस सिपाहियों व वाहन चालकों के बीच वादविवाद वाली स्थिति बन जाती है. जिसमें दोनों पक्षोें द्वारा एक-दूसरे के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप लगाये जाते है. साथ ही यातायात पुलिस कर्मियों पर कई बार वाहन चालकों से पैसे लिये जाने के भी आरोप लगते है. इन सभी बातों को टालने हेतु, साथ ही पुलिस एवं आम नागरिकोें के लिहाज से महत्वपूर्ण साबित हो सकनेवाला ‘बॉडी कैमेरा’ जल्द ही यातायात शाखा एवं दामिनी पथक के पुलिस कर्मचारियों की शर्ट पर लगा दिखाई देगा. जिससे भविष्य में ऐसी तमाम घटनाओं पर नजर रखी जा सकेगी. इस आशय की जानकारी शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह द्वारा दी गई है.
साथ ही उन्होंने बताया कि, शहर पुलिस को हाईटेक करने हेतु तमाम जरूरी प्रयास किये जा रहे है. जिसके तहत प्रत्येक पुलिस थाने में ऑटोमैटिक हेल्थ मॉनिटरिंग सिस्टम भी कार्यान्वित की जायेगी. सीपी डॉ. आरती सिंह के मुताबिक इन दिनों शहर की सडकों पर वाहनों की संख्या लगातार बढती जा रही है, और सुबह से ही जबर्दस्त यातायात शुरू हो जाता है. जिसे नियंत्रित करने हेतु सभी चौक-चौराहों पर यातायात पुलिस तैनात रहते है. अनेकों बार कर्तव्य निभाते समय पुलिस कर्मियों व वाहन चालकों के बीच वादविवाद वाली स्थिति बन जाती है. और यह विवाद बढने पर जहां पुलिस द्वारा संबंधित वाहन चालक के खिलाफ अपराध दर्ज करवाया जाता है, वहीं वाहन चालकों द्वारा पुलिस कर्मियों पर रिश्वत मांगने के आरोप भी लगाये जाते है. ऐसे कई मामलों में वरिष्ठाधिकारियोें द्वारा यातायात पुलिस सिपाहियोें के खिलाफ कार्रवाई भी की जा चुकी है. ऐसे मामलों में अक्सर यह पता करने का कोई जरिया नहीं होता कि, वाहन चालक एवं यातायात सिपाही में से किसका पक्ष सही है. इसकी वजह से कई बार यातायात सिपाहीं बिना गल्ती के भी कार्रवाई का शिकार हो जाते है. साथ ही कई बार दामिनी पथक द्वारा जब एकांत में बैठे प्रेमी जोडों सहित युवतियों व महिलाओें से छेडछाड करनेवाले मनचलों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है, तो इस पथक में शामिल पुलिस कर्मियों को भी आरोपियों के प्रतिकार का सामना करना पडता है. ऐसे में अब ऐसी बातों पर कडी नजर रखने हेतु यातायात सिपाहियों सहित दामिनी पथक को बॉडी कैमेरा से लैस किया जायेगा.
बता दें कि, बॉडी कैमेरा बेहद छोटे आकारवाला हाईटेक कैमेरा होता है. जिसमें ऑडिओ व वीडियो रिकॉर्डिंग की सुविधा रहती है, और इस कैमेरे के साथ मेमरी कार्ड जुडा रहता है. जिसमें पूरी रिकॉर्डिंग दर्ज हो जाती है. ये कैमेरा यातायात पुलिस सिपाहियों सहित दामिनी पथक के लिए बेहद कारगर साबित हो सकता है. ये कैमेरा पुलिस कर्मियों के शर्ट में कंधे के आसपास लगाया जायेगा. जिसके जरिये पुलिस कर्मी के ठीक सामने खडे व्यक्ति की गतिविधियों व आवाज को रिकॉर्ड किया जा सकेगा. इस तरह के कैमेरे को पुलिस महकमे के लिए बेहद जरूरी बताते हुए शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह ने कहा कि, उन्होंने इस हेतु जिलाधीश शैलेश नवाल को पत्र लिखकर निधी की मांग की है.

  • प्रत्येक थाने में होगा अ‍ॅटोमैटिक मॉनिटरींग सिस्टीम

कोरोना काल के दौरान शहर पुलिस द्वारा तमाम खतरों के बीच निभायी गई ड्यूटी की प्रशंसा करते हुए सीपी डॉ. आरती सिंह ने कहा कि, कोरोना का खतरा अब भी खत्म नहीं हुआ है और अब तक सैंकडों पुलिस कर्मी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके है. ऐसे में इस खतरे को देखते हुए अब सभी पुलिस थानों के मुख्य प्रवेश द्वार पर ही ऑटोमैटिक हेल्थ मॉनिटरिंग सिस्टीम को क्रियान्वित किया जायेगा. जिसके जरिये थाने में आनेवाले पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों सहित हर एक नागरिक की स्वयंचलित तरीके से स्वास्थ्य जांच होगी. और यदि उनमें किसी भी तरह की किसी बीमारी के कोई लक्षण है, तो यह बात भी तुरंत ही पता चलेगी. जिसके चलते बीमार रहनेवाले पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों का तत्काल इलाज शुरू किया जा सकेगा.

  • पुलिस के गश्तीवाहनों पर भी लगेेंगे सीसीटीवी कैमेरे

इन दिनोें पुलिस के लिए सीसीटीवी कैमेरे काफी महत्वपूर्ण व कारगर साबित हो रहे है. ऐसे में आगामी समय में पुलिस आयुक्तालय द्वारा गश्त हेतु प्रयोग में लाये जानेवाले सभी गश्ती वाहनों पर सीसीटीवी कैमेरे लगाये जायेंगे. जिनके द्वारा रिकॉर्ड किये जानेवाले वीडियो गश्ती वाहन में बैठे पुलिस कर्मचारियोें के साथ ही नियंत्रण कक्ष में बैठे पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को भी स्क्रीन पर दिखाई देंगे. जिसकी वजह से पुलिस अब और प्रभावी ढंग से गश्त लगा सकेगी.

  • शहर के चौक-चौराहोें पर जल्द लगेंगे सीसीटीवी

इसके साथ ही शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह ने बताया कि, शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर सीसीटीवी कैमेरे लगाने का प्रस्ताव विगत चार-पांच वर्षों से चर्चा में है. इस हेतु हाल ही में सरकार की ओर से करीब 1 करोड रूपये की निधी मनपा को प्राप्त हुई है. जिसके बारे में मनपा द्वारा शहर पुलिस विभाग को जानकारी दी गई है. यह काम मनपा व पुलिस विभाग को साथ मिलकर संयुक्त रूप से पूर्ण करना है. साथ ही इस हेतु एक प्रस्ताव अंतिम मंजूरी के लिए मंत्रालय भेजा जा चुका है. ऐसा भी सीपी डॉ. आरती सिंह द्वारा बताया गया है.

Related Articles

Back to top button