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अब कांग्रेस व सेना में आयी दूरी

सरकार जाते ही नजदीकी हुई खत्म

* कांग्रेस बोली, सेना के साथ गठबंधन स्थायी नहीं
* हालात के चलते साथ आने की बात कही कांग्रेस ने
मुुंबई/दि.12- महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी गठबंधन सरकार को गए डेढ़ महीना भी नहीं बीता है, लेकिन कांग्रेस और शिवसेना में अभी से तकरार दिखने लगी है. महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने शुक्रवार को कहा कि उद्धव ठाकरे की पार्टी के साथ उनका गठबंधन स्वाभाविक और स्थायी नहीं हैं. जिस समय शिवसेना से गठबंधन हुआ था, उस दौरान परिस्थितियां अलग थीं.
पटोले ने विधान परिषद में विपक्ष के नेता के तौर पर शिवसेना के अंबादास दानवे की नियुक्ति पर भी नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि यह पद कांग्रेस को दिया जाना चाहिए था. लेकिन राकांपा और शिवसेना ने मिलकर दोनों पद आपस में बांट लिए हैं.
बता दें कि, शिवसेना ने हाल ही में अपनी पार्टी के अंबादास दानवे को विधान परिषद में विपक्ष का नेता बनाया था. पटोले ने आरोप लगाया कि कांग्रेस को विश्वास में लिए बिना यह कदम उठाया गया. पटोले ने कहा- विधानसभा में राकांपा की ओर से विपक्ष का नेता बनाया गया, जबकि परिषद के उपाध्यक्ष का पद शिवसेना को दिया गया है. हम इस मुद्दे को उठाएंगे. हम इस मामले पर शिवसेना से बात करने को तैयार है. अगर वे बात नहीं करना चाहते, तो यह उनकी चिंता है. हमने उनके साथ एक अलग स्थिति में गठबंधन किया था. यह हमारा स्वभाविक या स्थायी गठबंधन नहीं है.

* मंत्रिमंडल विस्तार में देरी पर नई सरकार पर निशाना
पटोले ने शिंदे और फडणवीस के नेतृत्व वाली नई सरकार पर भी निशाना साधा. उन्होंने केंद्रीय एजेंसियों और पैसे का इस्तेमाल कर सरकार बनाने का आरोप लगाया. साथ ही यह भी दावा किया कि सरकार लंबे समय तक नहीं चलेगी. पटोले ने कहा कि, सरकार बनने के 39 दिन बाद मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ. महाराष्ट्र में एक परंपरा है कि विभागों को तुरंत आवंटित किया जाता है. लेकिन अभी तक इस पर फैसला नहीं हुआ है. इससे पता चलता है कि दोनों पार्टियों के बीच बड़े मंत्रालयों के लिए लड़ाई चल रही है.

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