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अब सभी की नजरे अभियांत्रिकी प्रवेश की ओर

अमरावती/प्रतिनिधि दि.2 – एमएचटी-सीईटी प्रवेश परीक्षा के परिणाम घोषित होने के बाद अब विद्यार्थियों व अभिभावकों सहित कालेज संचालकोें की नजरें इंजिनिअरींग की प्रवेश प्रक्रिया की ओर लग गयी है. उम्मीद जतायी जा रही है कि, आगामी सप्ताह में इस प्रवेश प्रक्रिया का टाईम टेबल घोषित हो जायेगा.
ज्ञात रहे कि, इंजिनिअरींग टेक्नालॉजी व फार्मसी पाठ्यक्रमों के प्रथम वर्ष में प्रवेश हेतु राज्य की सीईटी सेल द्वारा प्रवेश परीक्षा ली गयी थी और इस परीक्षा का परिणाम विगत 28 नवंबर को घोषित किया गया था. इस परिणाम के आधार पर ही राज्य के इंजिनिअरींग कालेज में विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाता है. ऐसे में परीक्षा का परिणाम घोषित होने के बाद प्रवेश प्रक्रिया कब से शुरू होगी, इस ओर सभी का ध्यान लगा हुआ है. ज्ञात रहे कि, कोरोना संक्रमण की खतरे को देखते हुए इस बार सीईटी की परीक्षा कुछ विलंब से ली गयी थी और परीक्षा के परिणाम घोषित करने में भी कुछ विलंब हुआ. जिसकी वजह से दिसंबर माह शुरू हो जाने के बावजूद अब तक प्रवेश प्रक्रिया शुरू नहीं हो पायी है और यदि अगले कुछ दिनों में यह प्रक्रिया शुरू होती भी है, तो इसे पूर्ण होने में पूरा दिसंबर माह लग जायेगा. विद्यार्थियों का पंजीयन, कॉलेज का पसंदक्रम, मेरीट सूची, कॉलेज का आवंटन और विद्यार्थियों की प्रवेश निश्चिती इन सभी बातों के लिए यह कालावधी बेहद आवश्यक है. जिसके बाद 15 जनवरी के आसपास प्रथम वर्ष व प्रथम सत्र की परीक्षाएं शुरू होने की उम्मीद की जा सकती है.
इसके साथ ही इस बार प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों का पाठ्यक्रम पूरा करने और उनकी परीक्षाएं लेने जैसी चुनौतियों का सामना भी सभी महाविद्यालयों व विद्यापीठों को करना पडेगा. क्योेंकि इस बार पाठ्यक्रम को पूर्ण करने हेतु पर्याप्त समय मिलना असंभव है. इस समय पहले सत्र की कालावधी खत्म हो चुकी है और कॉलेज शुरू होने तक द्वितीय सत्र शुरू हो जायेगा. ऐसे में प्रथम सत्र की पढाई और परीक्षाओें को लेकर राज्य सरकार को निर्णय लेना होगा. प्रतिवर्षानुसार दो अलग-अलग सत्रोें की परीक्षा ली जाये, या फिर प्रथम व द्वितीय सत्र ऐसे दोनों सत्रों को मिलाकर एक वार्षिक परीक्षा ली जाये. इस बारे में पर्याय का चयन करना होगा. जिसके चलते जल्द से जल्द प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण करना और विद्यार्थियों का प्रवेश निश्चित होना बेहद आवश्यक है. ऐसी प्रतिक्रिया विद्यार्थियों, अभिभावकों व इंजीनिअरींग कॉलेजोें द्वारा व्यक्त की जा रही है.

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