अब कोई भी सरकारी डॉक्टर जिन्स पैंट व टी-शर्ट नहीं पहन सकेंगे
1 अक्तूबर से संपूर्ण राज्य में हुआ अमल
* स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त के आदेश जारी
* अमरावती में दिखाई दिया असर
अमरावती/ दि. 14-नागपुर में मनपा आयुक्त पद पर रहते अपने कामकाज से नेताओं का पसीना छोडनेवाले और आम नागरिकों का दील जीतनेवाले तुकाराम मुंढे ने राज्य के सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा व परिवार कल्याण विभाग के आयुक्त का पदभार संभालते ही 1 अक्तूबर से राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों की ड्यूटी के समय जिन्स पैंट व टी-शर्ट पहनने पर पाबंदी लगाई है. साथ ही अनुशासन का पालन कर दिए गये निर्देशों का पालन करने की हिदायत दी है. अमरावती जिले में इस आदेश का असर दिखाई दिया.
तुकाराम मुंढे ने 30 सितंबर 2022 को स्वास्थ्य सेवा और संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान के आयुक्त पद का कार्यभार संभाला है. स्वास्थ्य भवन के कार्यालय में डॉ.रामास्वामी एन.द्बारा यह पदभार मुंढे को सौंपा गया. राज्य की जनता को स्वास्थ्य सेवा सहज उपलब्ध कर देने के लिए कटिबध्द रहने की सूचना उन्होंने इस अवसर पर दी थी. पश्चात स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त पद का चार्ज लेते ही तुकाराम मुंढे ने अपने काम की जबरदस्त शुरूआत की. 1 अक्तूबर से ही उन्होंने राज्य के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, ग्रामीण अस्पताल, जिला अस्पताल सहित सभी सरकारी अस्पतालों को एक आदेश जारी कर सरकारी डॉक्टरों को ड्यूटी के दौरान जिन्स पैंट व टी-शर्ट पहनने पर पाबंदी लगा दी है. साथ ही सभी डॉक्टरों को कार्यालय में पहचान पत्र साथ में लगाने व जिन्हें एप्रोन है वह अनिवार्य रूप से धारण करने तथा अस्पताल में पूरी तरह स्वच्छता रखने की हिदायत देते हुए इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिए है. आदेश में यह भी कहा गया है कि अस्पताल के सभी डॉक्टर इस आदेश का पालन करें. आकस्मिक भेंट और जायजे के दौरान कोई डॉक्टर ड्यूटी पर न पाए जाने पर उन पर तत्काल निलंबन की कार्रवाई की जायेगी. जिन वैद्यकीय अधिकारियों व अन्य डॉक्टरों की 24 घंटे ड्यूटी है वह अस्पताल में उपलब्ध रहना अनिवार्य है. राज्य के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों को अनुशासन का पालन करने का मुंढे ने अनुरोध किया है. आदेश प्राप्त होने के बाद अमरावती के जिला अस्पताल सहित सभी सरकारी डॉक्टर अब बिना जिन्स पैंट व टी-शर्ट के अपने वर्दी में पहचान पत्र लटकाए ड्यूटी पर तैनात नजर आने लगे है. मुंढे ने आदेश में यह भी चेतावनी दी है कि उनके पास किसी भी तरह की शिकायत प्राप्त होने पर किसी भी स्वास्थ्य केन्द्र में वरिष्ठ अधिकारियों के सहयोग से आकस्मिक छापामार अभियान चलाकर दोषियों पर तत्काल कार्रवाई की जायेगी. इस आदेश के बाद सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों में हडकंप मच गया है. आदेश जारी होने के बाद अमरावती के जिला सामान्य अस्पताल, जिला महिला अस्पताल सहित सभी सरकारी अस्पतालों में इसका असर दिखाई दिया है.