अब होम आयसोलेट नहीं होंगे मरीज
एसिम्टोमैटिक कोविड संक्रमितों को रखा जायेगा कोरोंटाईन सेंटर में
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संक्रमण की रफ्तार रोकने प्रशासन ने उठाया कदम
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जिले में लागू होगा ‘मुंबई पैटर्न’
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जिलाधीश शैलेश नवाल ने दी जानकारी
अमरावती/प्रतिनिधि दि.24 – जिले में अब तक लक्षणविरहित व सौम्य लक्षणवाले कोविड संक्रमित मरीजों को होम आयसोलेशन के तहत घर पर रहकर ही इलाज करने की सुविधा उपलब्ध करायी जाती थी. जिसके तहत मरीजों को 14 दिनों तक अनिवार्य रूप से अपने घर में सबसे अलग रहने और घर से बाहर बिल्कुल भी नहीं निकले कहा जाता था. किंतु बावजूद इसके कई मरीजोें द्वारा इस नियम व शर्त का उल्लंघन किया जाता था. जिसकी वजह से अन्य लोगों के कोविड संक्रमण की चपेट में आने का खतरा बना रहता था. इस बात के मद्देनजर अब संक्रमण की रफ्तार को रोकने हेतु राज्य सरकार द्वारा होम आयसोलेशन की सुविधा को बंद करने का निर्णय लिया गया है. जिसके तहत अब एसिम्टोमैटिक मरीजों को होम आयसोलेशन की बजाय कोरोंटाईन सेंटर में स्वास्थ्य निगरानी के तहत रखा जायेगा. राज्य सरकार की ओर से जारी इस आदेश को अमरावती जिले में भी लागू किया जा रहा है. इस आशय की जानकारी जिलाधीश शैलेश नवाल द्वारा दी गई है.
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए जिलाधीश शैलेश नवाल ने बताया कि, विगत लंबे समय से स्थानीय प्रशासन द्वारा कोविड संक्रमण की स्थिति को नियंत्रित करने हेतु सतत प्रयास किये जा रहे है. जिनमें अब काफी हद तक सफलता मिलती नजर आ रही है और रोजाना पाये जानेवाले संक्रमितों की संख्या में काफी हद तक कमी आयी है. किंतु अब भी ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण की रफ्तार अपेक्षाकृत तौर पर कुछ अधिक है और ग्रामीण क्षेत्रों में होम आयसोलेशन संबंधी नियमों का कडाईपूर्वक पालन नहीं होने के कई मामले सामने आये है. ऐसे में अब तीव्र व मध्यम स्तर के लक्षण रहनेवाले मरीजों को कोविड अस्पतालों व कोविड हेल्थ केयर सेंटरों में भरती कराया ही जायेगा. साथ ही सौम्य लक्षण एवं लक्षण विरहित मरीजों को कोरोना केयर सेंटर में कोरोंटाईन किया जायेगा. जहां पर स्वास्थ्य विभाग की टीम इन मरीजों की देखरेख करेगी.
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ब्लैक फंगस टालने पोस्ट कोविड मरीजों की होगी जांच
इस समय जिले में कोविड मुक्त होनेवाले कई मरीजों के म्युकर मायकोसिस नामक फंगल इंफेक्शन से संक्रमित होने के मामले सामने आ रहे है. ऐसे में अब तक जितने भी मरीज कोविड मुक्त होकर अस्पतालों से अपने घर पहुंच चुके है, उन सभी की स्वास्थ्य पथक एवं आशावर्कर के जरिये जांच करवायी जायेगी, ताकि समय रहते इन पोस्ट कोविड मरीजों में म्युकर मायकोसिस के लक्षणों को जांचा जा सके. इस आशय की जानकारी देते हुए जिलाधीश शैलेश नवाल ने कहा कि, इसके साथ ही साथ स्वास्थ्य पथकों द्वारा ईली व सारी नामक बीमारियों के संदर्भ में भी लोगों की स्वास्थ्य जांच की जायेगी.