अमरावतीमुख्य समाचार

अब शहर में शाम ७ बजे ही बंद हो जायेंगे बाजार

  • व्यापारी संगठनों ने स्वयंस्फूर्त तौर पर लिया निर्णय

  • कोरोना के बढते संक्रमण को देखते हुए उठाया कदम

  • धीरे-धीरे जनता कफ्र्यू व लॉकडाउन की मानसिकता भी हो रही तैयार

अमरावती प्रतिनिधि/दि.१४ – इस समय जिस रफ्तार के साथ कोरोना का संक्रमण फैल रहा है और दिनोंदिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ रही है, उसे देखते हुए आम जनमानस भीतर तक हिल गया है. और अब हर कोई कोरोना संक्रमण से बचने हेतु अपने-अपने स्तर पर तमाम आवश्यक कदम उठाना चाह रहा है. जिसके तहत अपनी ओर से स्वयंस्फूर्त पहल करते हुए शहर के कई व्यापारी संगठनों ने अब रोजाना रात ९ बजे की बजाय शाम में छह-साढे छह बजे के आसपास ही दूकानें व बाजार को बंद करने का निर्णय लिया है. जिसके चलते सोमवार से शाम ७ बजे से शहर के सभी प्रमुख व्यापारिक क्षेत्रों में सन्नाटा पसरा दिखाई देगा.
साथ ही सभी व्यापारिक संगठनों के बीच इस समय आगामी रविवार से स्वयंस्फूर्त तौर पर एक दिवसीय जनता कफ्र्यू का पालन करते हुए रविवार को पूरा दिन अपनी दूकाने बंद रखने के संदर्भ में चर्चा की जा रही है. बता दें कि, करीब ७० दिन चले कडे लॉकडाउन के दौरान जीवनावश्यक वस्तुओं की दूकानों को छोडकर शेष सभी दुकानें पूरी तरह से बंद थी. पश्चात जून माह से लॉकडाउन की शतों को धीरे-धीरे शिथिल करते हुए व्यापारिक क्षेत्रों व दूकानों को खोलने की अनुमति दी गई. जिसके चलते अब शहर की सभी दूकानें रोजाना रात ९ बजे तक खुली रह सकती है. साथ ही अनलॉक की प्रक्रिया के तहत अब लॉकडाउन में काफी छूट मिल जाने के वजह से लोगबाग भी पहले की तरह अपने घरों से अपने कामकाज के लिए बाहर निकल सकते है. जिसकी वजह से शहर में अब पहले की तरह भीडभाड नजर आने लगी है.
वहीं लॉकडाउन में छूट मिलते ही और शहर में भीडभाड बढते ही कोरोना संक्रमण की रफ्तार भी बढने लग गयी तथा कोरोना संक्रमितों की संख्या में भारी इजाफा होने लगा. इसमें भी विगत एक सप्ताह से तो कोरोना संक्रमितों का आंकडा हर दिन नये-नये कीर्तिमान बना रहा है और गत रोज एक ही दिन के दौरान रिकॉर्ड ४६२ कोरोना संक्रमित मरीज पाये गये. जिसकी वजह से जिले के आम जनमानस में अब कोरोना के संक्रमण को लेकर जबर्दस्त भय व चिंता का माहौल है. जिसके मद्देनजर अब अपनी जिम्मेदारी समझते हुए कोरोना के खतरे को टालने हेतु स्थानीय व्यापारियों द्वारा कुछ प्रतिबंधात्मक कदम उठाये जा रहे है. जिसके तहत यद्यपि प्रशासन द्वारा रोजाना रात ९ बजे तक दूकाने खुली रखने की अनुमति दी गई है, किंतु अब शहर की सभी दूकाने शाम ६ बजे ही बंद हो जाया करेगी.
इस संदर्भ में सबसे पहला निर्णय अमरावती सराफा व्यापारी एसो. द्वारा लिया गया था. जिसके बाद मोबाईल डिलर एसो. व ऑटोमोबाईल डीलर एसो. द्वारा भी इस तरह का फैसला लिया. इसके बाद शहर के विभिन्न व्यापारिक संगठनों का संयुक्त तौर पर प्रतिनिधित्व करनेवाले अमरावती महानगर चेंबर तथा चेंबर ऑफ कॉमर्स एन्ड इंडस्ट्रीज की ओर से प्रेस विज्ञप्ती जारी कर जानकारी दी गई कि, सोमवार से शहर के सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान शाम ७ बजे से पहले ही बंद हो जाया करेगी. इस संदर्भ में विभिन्न व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों से चर्चा करने पर अधिकांश का कहना रहा कि, प्रशासन द्वारा अपनी ओर से बेहतरीन कार्य किया जा रहा है और तमाम प्रतिबंधात्मक उपाय भी किये जा रहे है, लेकिन लॉकडाउन शिथिल होने के बाद लोगोें की बेफिक्री व लापरवाही अब भारी पडने लगी है. ऐसे में अब सभी लोगों को पूरी गंभीरता के साथ अपनी जिम्मेदारी को समझना होगा तथा लॉकडाउनवाले दिनों को याद रखते हुए सार्वजनिक स्थानों पर भीडभाड को कम करने और खुद को सुरक्षित रखने के प्रति जागरूक होना होगा.

sailesh-nawal-amravati-mandal

  • व्यापारियों की पहल बेहद स्वागतयोग्य

कोरोना संक्रमण काल के प्रारंभ से अमरावती के सभी व्यापारी प्रशासन के साथ पूरा सहयोग करते आये है और सभी ने सरकारी एवं प्रशासनिक दिशानिर्देशों का पूरी तरह से पालन किया है. किंतु इस समय मौजूदा हालात के मद्देनजर व्यापारियों द्वारा जो पहल की जा रही है, उसे स्वागतयोग्य निर्णय कहा जा सकता है. प्रशासन अपनी ओर से कोरोना प्रतिबंधात्मक उपायों को लेकर तमाम आवश्यक कदम उठा रहा है. इसमें यदि आम जनता का पूरी तरह से साथ व सहयोग मिलता है, तो निश्चित तौर पर अमरावती में कोरोना के संक्रमण को पूरे तौर पर खत्म किया जा सकता है.
– शैलेश नवाल जिलाधीश, अमरावती.

khandelwal-amravati-mandal

  • अनुशासन का पालन जरूरी

लॉकडाउन काल के दौरान प्रशासनिक सख्ती की वजह से सभी ने अनुशासन का पालन किया, लेकिन लॉकडाउन में ढील मिलते ही हर कोई इस अनुशासन को भुल गया. यहीं मानसिकता अब भारी पडने लगी है. हम तो प्रशासन से ९ बजे तक की छूट मिलने के बाद भी रोजाना शाम ७ बजे ही अपनी दूकान बंद कर दिया करते थे, और सप्ताह में एक दिन अनिवार्य तौर पर दूकान को बंद रखते है. इसी नियम का पालन सभी व्यापारियों को करना होगा. यदि सभी व्यापारी इस अनुशासन का पालन करें, तो ग्राहकों की आदतों में अपने आप बदलाव आयेगा. हमें यह सब किसी और के लिए नहीं, बल्कि अपने व अपने परिवार की जान बचाने के लिए करना जरूरी है.
– मनोज खंडेलवाल होलसेल अनाज व किराना व्यापारी एसो.

govind-amravati-mandal

  • सभी ने स्वयंस्फूर्त रूप से लिया है निर्णय

कोरोना संक्रमण के लगातार बढते खतरे को देखते हुए जवाहर गेट व जवाहर रोड परिसर के सभी व्यापारियों ने स्वयंस्फूर्त रूप से अपनी दूकानों के खुले रहने का नया समय तय किया है. ऐसे में अब जवाहरगेट परिसर में स्थित सभी होलसेल अनाज, किराना, शूगर, ऑईल व ड्रायफु्रट की दूकाने रोजाना सुबह १० बजे से शाम ५ बजे तक ही खुली रहेंगी. बेहद कडे लॉकडाउन में रहने की बजाय अनुशासित रूप से कामकाज करना ज्यादा बेहतर है.
– गोविंद सोमाणी होलसेल ग्रेन एन्ड शूगर मर्चंट एसो.

suresh-amravati-mandal

  • सभी व्यापारिक संगठनों ने दी है सहमति

कोरोना संक्रमण के बढते खतरे को देखते हुए सभी व्यापारिक संगठनों से दूकानें के खुले रहने का समय घटाने पर चर्चा की गई और अधिकांश व्यापारियों ने इस पर अपनी सहमति दी है. साथ ही इस अपील पर प्रतिसाद लगातार बढ रहा है. प्रशासन ने अब तक बहुत बेहतरीन ढंग से काम किया है और शहर के व्यापारियों ने भी प्रशासन का पूरी तरह से साथ दिया है, लेकिन प्रशासन की भी अपनी कुछ मजबूरियां है. ऐसे में अब सभी आम नागरिकों की जिम्मेदारी काफी अधिक बढ गयी है. लोगों ने इस बीमारी के लगातार बढते खतरे को लेकर सचेत हो जाना चाहिए. क्योकि अब तो अस्पतालों में भी मरीजोें को भरती करने के लिए जगह उपलब्ध नहीं है.
– सुरेश जैन अध्यक्ष, महानगर चेंबर

ghansham-amravati-mandal

खुद को बचाने के लिए खुद ही सचेत होना होगा
जब से लॉकडाउन में छूट मिली है, तब से कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज हो गयी है और दिनोंदिन संक्रमितों की संख्या बढती जा रही है. शहर में अब तक कई व्यापारी भी कोरोना संक्रमण का शिकार हो चुके है. जिसमें से कुछ व्यापारियों की मौत भी हो चुकी है. ऐसे में अब सभी व्यापारियों व आम नागरिकों की जिम्मेदारी बनती है कि, वे सरकार और प्रशासन के भरोसे बैठे रहने की बजाय खुद अपने स्वास्थ्य की जिम्मेदारी उठाये. तभी हम सब की जान बच सकती है. अन्यथा स्थिति और भी भयावह होने में देर नहीं लगेगी.
-घनश्याम राठी

Related Articles

Back to top button