अब अमरावती से लॉकडाउन हटने की संभावना लगभग खत्म
नये लॉकडाउन का आदेश जारी होने से उम्मीद बुझी
अमरावती/प्रतिनिधि दि.14 – विगत 5 अप्रैल से राज्य में लागू किये गये लॉकडाउन का अमरावती शहर सहित जिले में बडे ही पूरजोर तरीके से विरोध किया जा रहा था और व्यापारी संगठनों सहित राजनीतिक दलों द्वारा इस लॉकडाउन के खिलाफ पूरी ताकत के साथ आवाज उठायी जा रही थी. जिसकी देखादेखी राज्य के अन्य हिस्सों में भी कुछ हद तक लॉकडाउन के विरोध में आवाज उठनी शुरू हो गयी थी. ऐसे में उम्मीद बंधती नजर आ रही थी कि, विगत फरवरी माह में ही करीब 15 दिनों का लॉकडाउन झेल चुके अमरावती शहर व जिले में जारी लॉकडाउन में सरकार की ओर से कुछ छूट दी जायेगी. किंतु सोमवार 13 अप्रैल को मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे द्वारा समूचे राज्य में नया लॉकडाउन लगाये जाने को लेकर की गई घोषणा के चलते अब अमरावती जिले को लॉकडाउन में किसी भी तरह की कोई छूट मिलने की संभावना लगभग खत्म हो गयी है.
उल्लेखनीय है कि, विगत फरवरी माह के दौरान जब समूचे राज्य में कोरोना को लेकर स्थिति काफी हद तक नियंत्रण में थी, तब अमरावती में अचानक ही कोविड संक्रमित मरीजों की संख्या बढने लगी. जिसके मद्देनजर जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर व जिलाधीश शैलेश नवाल द्वारा अपने स्तर पर निर्णय लेते हुए अमरावती व अचलपुर तहसील में लॉकडाउन लागू किया गया था. साथ ही जिले के अन्य तहसील क्षेत्रों में कडे प्रतिबंधात्मक आदेश लागू किये गये थे. पश्चात हालात में कुछ हद तक सुधार होने पर जिला प्रशासन ने लॉकडाउन व प्रतिबंधात्मक नियमों में कुछ हद तक शिथिलता दी थी. लेकिन मार्च माह के दौरान राज्य के अन्य कई जिलों में कोरोना को लेकर स्थिति विस्फोटक होनी शुरू हुई. जिसे देखते हुए राज्य सरकार ने 5 अप्रैल से 30 अप्रैल तक समूचे राज्य में 25 दिनों का लॉकडाउन लगाने की घोषणा की. जिसका अमरावती जिले में अच्छाखासा विरोध किया जाने लगा. साथ ही समूचे राज्य के व्यापारियों में भी इस लॉकडाउन के खिलाफ असंतोष देखा गया. जिसके तहत महाराष्ट्र चेंबर ने यह चेतावनी भी दी थी कि, यदि सरकार ने लॉकडाउन को तुरंत नहीं हटाया, तो 9 अप्रैल से सभी दुकाने जबरन खोली जायेगी. पश्चात कैट व केमिक संगठन के साथ हुई ऑनलाईन चर्चा में सीएम ठाकरे ने लॉकडाउन पर पुनर्विचार करने हेतु दो दिनों का समय मांगा था. इसी दौरान अमरावती की जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने भी सीएम ठाकरे से मुलाकात करते हुए उन्हें अमरावती जिले को लॉकडाउन के दायरे से बाहर करने का निवेदन सौंपा था. जिसपर सीएम ठाकरे ने एक-दो दिन में निर्णय लेने की बात कही थी. ऐसे में उम्मीद जतायी जा रही थी कि, शायद सोमवार 13 अप्रैल को सीएम उध्दव ठाकरे द्वारा अमरावती जिले को लॉकडाउन में छूट दिये जाने के संदर्भ में कोई निर्णय लिया जायेगा, लेकिन सीएम ठाकरे ने जहां शनिवार की शाम समूचे राज्य में कडा लॉकडाउन लगाये जाने के लिहाज से सर्वदलिय बैठक बुलायी, वहीं रविवार को राज्य टास्क फोर्स के साथ बैठक की. जिसमें अधिकांश सदस्यों ने राज्य में 7 से 14 दिन तक कडा लॉकडाउन लगाने की बात कही. पश्चात सोमवार की सुबह राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के साथ चर्चा करने के साथ ही कैबिनेट की ऑनलाईन मिटींग मेें विचार-विमर्श करते हुए सोमवार की शाम एफबी लाईव के जरिये राज्य की जनता से संवाद साधते हुए समूचे राज्य में 1 मई तक लॉकडाउन, जमावबंदी व संचारबंदी लागू रहने की घोषणा की. इसके साथ ही अमरावती जिले को लॉकडाउन में किसी भी तरह की राहत या छूट मिलने की उम्मीद और संभावना खत्म हो गई
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मैं अब भी प्रयास करूंगी
सीएम उध्दव ठाकरे द्वारा जैसे ही दो दिन पहले समूचे राज्य में नया लॉकडाउन लगाने को लेकर हलचलें शुरू की गई थी, उस समय राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने दैनिक अमरावती मंडल के साथ बात करते हुए कहा था कि, वे नये लॉकडाउन के दौरान भी अमरावती जिले को कुछ छूट व सहूलियत दिलाने के लिए प्रयास करेंगी. पालकमंत्री ठाकुर के मुताबिक इस समय सीएम उध्दव ठाकरे लॉकडाउन में छूट या शिथिलता को लेकर किसी की भी कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है, लेकिन इसके बावजूद वे अपनी ओर से अमरावती जिले को लॉकडाउन में छूट दिलाने हेतु प्रयास जारी रखेेंगी.