कचरे और साफ-सफाई को लेकर अब जनप्रतिनिधि भी गुस्साए
रंग दिखाने लगी है ‘अमरावती मंडल’ की मुहिम
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मनपा प्रशासन को जमकर लिया आडे हाथ, सुनाये खडे बोल
अमरावती/प्रतिनिधि दि.2 – विगत 12 दिनों से दैनिक अमरावती मंडल द्वारा शहर में व्याप्त कचरे व गंदगी की समस्या तथा साफ-सफाई की अव्यवस्था को लेकर चलायी जा रही मुहिम अब कही जाकर सही अर्थों में रंग दिखा रही है. मंडल द्वारा व्यापक जनहित में चलाये जा रहे अभियान के चलते जहां पिछले सप्ताह कई राजनीतिक व सामाजिक संगठनों सहित विभिन्न इलाकों के जागरूक नागरिकों द्वारा मनपा प्रशासन के खिलाफ आवाज उठानी शुरू की गई थी. वहीं अब स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी मंडल की मुहिम को तवज्जो देते हुए इस मसले को पूरी गंभीरता के साथ लेना शुरू किया है. साथ ही जनप्रतिनिधियों द्वारा मनपा प्रशासन को आडे हाथ लेकर खडे बोल सुनाते हुए साफ शब्दों में चेतावनी दी गई है कि, आठ दिन के भीतर अमरावती शहर के सभी इलाकों से गंदगी और कचरा पूरी तरह हट जाना चाहिए और शहर साफ-सूथरा दिखाई देना चाहिए. इस काम में किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा और लापरवाही करनेवालों के खिलाफ कडी कार्रवाई भी की जायेगी. साथ ही यह भी कहा गया कि, आम जनता के स्वास्थ्य से जुडे इस मसले को लेकर मनपा प्रशासन किसी भी तरह के राजनीतिक दबाव में न आये तथा जिम्मेदारीपूर्वक ढंग से काम करते हुए शहर में कचरे व गंदगी की समस्या को निपटाया जाये.
राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा जिला पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर ने इस विषय को लेकर स्पष्ट तौर पर कहा कि, अमरावती शहर में इस समय ऐसा एक भी इलाका नहीं है, जो पूरी तरह से साफ-सूथरा हो. कचरे व गंदगी की समस्या दिन-ब-दिन गंभीर होती जा रही है और इसे लेकर लगातार शिकायतें भी प्राप्त हो रही है. किंतु मनपा के सत्ताधारी दल सहित प्रशासन द्वारा इस विषय को लेकर कोई गंभीरता नहीं दिखाई दे रही. ऐसे में जल्द ही इस विषय को लेकर जिलाधीश कार्यालय या मनपा आयुक्त कार्यालय में बैठक बुलायी जायेगी. इस समय जो भी अधिकारी व कर्मचारी या सफाई ठेकेदार कर्तव्य में कोताही का दोषी पाया जायेगा, उसके खिलाफ तुरंत मौके पर ही कार्रवाई की जायेगी.
कचरे एवं साफ-सफाई के मसले को अपने आप में एक बेहद गंभीर मामला बताते हुए पूर्व जिला पालकमंत्री तथा विधान परिषद सदस्य प्रवीण पोटे पाटील ने कहा कि, पूरे शहर में जिन-जिन स्थानों पर कचरा जमा करने के लिए स्पॉट तय किये गये है, वहां से संबंधित ठेकेदार द्वारा रोजाना कचरा उठाया जा रहा है अथवा नहीं इस बात पर मनपा प्रशासन द्वारा कडी नजर रखी जानी चाहिए और विभिन्न प्रभागों में होनेवाली साफ-सफाई की भी निगरानी की जानी चाहिए. लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो रहा. ऐसे में बहुत जल्द वे खुद शहर के हर एक प्रभाग में संबंधीत क्षेत्र के नागरिकों को साथ लेकर दौरे पर निकलेंगे और उस समय यदि किसी भी तरह की कोताही या लापरवाही पायी गई, तो मनपा को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.
शहर के पूर्व विधायक व पूर्व जिला पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख के मुताबिक कचरे व गंदगी की समस्या व्याप्त रहने और साफ-सफाई की व्यवस्था का अभाव रहने की वजह से इन दिनों शहर में डेंग्यू, चिकन गुनिया व मलेरिया जैसी बीमारियां पांव पसार रही है. अभी हाल-फिलहाल जैसे-तैसे कोविड की महामारी से छूटकारा मिला है, तो एक नया खतरा सामने खडा हो गया है. यदि प्रशासन द्वारा किसी भी तरह के राजनीतिक दबाव में आये बिना साफ-सफाई की व्यवस्था पर ध्यान दिया जाता, तो आज यह नौबत नहीं आती. ऐसे में प्रशासन को चाहिए कि, किसी भी तरह के राजनीतिक दबाव में आये बिना शहर की साफ-सफाई के मसले पर ध्यान दिया जाये.
स्थानीय विधायक सुलभा खोडके ने इस बारे में कहा कि, शहर की साफ-सफाई व्यवस्था को लेकर विगत दिनों ही मनपा में प्रशासन के साथ एक बैठक ली गई थी. जिसमें तमाम आवश्यक दिशानिर्देश दिये गये थे. विधायक खोडके के मुताबिक अब बेहद जरूरी हो चला है कि, अब सफाई कर्मी, ठेकेदार व स्वास्थ्य निरीक्षक के ही भरोसे बैठने की बजाय सहायक आयुक्त व उपायुक्त सहित खुद आयुक्त ने फिल्ड पर उतरकर इस समस्या की ओर ध्यान देना चाहिए, ताकि एक तरह का दबाव बन सके और शहर पूरी तरह साफ-सूथरा हो और नागरिकोें का स्वास्थ्य सुरक्षित रह सके.
अमरावती मनपा क्षेत्र में शामिल बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक रवि राणा ने कहा कि, वे बहुत जल्द इस विषय को लेकर मनपा आयुक्त से चर्चा करेंगे और प्रशासन को अपनी गलतियां सुधारने कहा जायेगा. यदि जल्द से जल्द अमरावती शहर में कचरे व गंदगी सहित साफ-सफाई को लेकर स्थिति नहीं सुधरती है, तो पूरे शहर का कचरा लाकर निगमायुक्त के कक्ष में फेंका जायेगा.
शहर के प्रथम नागरिक व महापौर चेतन गावंडे के मुताबिक साफ-सफाई का मामला एक तरह निरंतर चलनेवाली प्रक्रिया है. जिसका कोई अंत नहीं है. प्रशासन द्वारा शहर को साफ-सूथरा रखने का पूरा प्रयास किया जाता है. किंतु इसमें नागरिकों का भी सहयोग मिलना अपेक्षित है. इन दिनोें शहर का दायरा लगातार बढ रहा है और नये-नये रिहायशी इलाके बन रहे है. वहीं दूसरी ओर प्रशासन मनुष्यबल सहित अन्य साधनों की कमी से जूझ रहा है, लेकिन इसके बावजूद कचरा संकलित करने और शहर को साफ रखने का पूरा प्रयास किया जा रहा है. इसमें यदि कहीं कोई कोताही होती है, तो संबंधित ठेकेदार पर जरूर कार्रवाई की जायेगी.
अमरावती मनपा के आयुक्त प्रशांत रोडे ने दावा किया कि, शहर में नियमित तौर पर साफ-सफाई जारी है. साथ ही जिन इलाकों से साफ-सफाई को लेकर शिकायतें मिल रही है, उन इलाकों में तुरंत कचरे व गंदगी की समस्या को निपटाने के आदेश दिये गये है. नागरिकों से भी निवेदन है कि, यदि उनके पास साफ-सफाई को लेकर कोई भी शिकायत है, तो उसकी जानकारी तुरंत मनपा के संबंधित अधिकारियों को दे. इसके बाद उसी दिन चंद घंटों के भीतर उस शिकायत का निवारण किया जायेगा. साथ ही यदि कोई सफाई ठेकेदार या सफाई कर्मचारी जानबूझकर अपने कर्तव्य में कोताही बरत रहा है, तो उसके खिलाफ कडी से कडी कार्रवाई भी की जायेगी.