अब उनके पास खुजाने के लिए भी नाखून नहीं
बाघ नख को लेकर बच्चू कडू ने कसा मुनगंटीवार पर तंज
* मुनगंटीवार के इंग्लैंड दौरे से खाली हाथ लौटने पर उठाया सवाल
मुंबई/दि.16 – राज्य के सांस्कृतिक कार्यमंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार कुछ दिन पहले छत्रपति शिवाजी महाराजकालीन बाघनख लाने हेतु करार करने के लिए इंग्लैंड गए थे. जो वहां से बाघनख लिए बिना ही वापिस चले आए. इस बात को लेकर प्रहार जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष व विधायक बच्चू कडू ने मुनगंटीवार का मजाक उडाते हुए कहा कि, सुधीरभाउ बाघनख लाने के लिए गए थे. लेकिन वे बाघनख तो वापिस नहीं ला पाए. साथ ही अब उनके पास खुजाने के लिए भी नाखून नहीं बचे है. जिसके साथ ही मीडिया के साथ बातचीत में विधायक बच्चू कडू ने सुधीर मुनगंटीवार के इंग्लैंड दौरे पर भी सवालिया निशान उपस्थित करते हुए कहा कि, एक ओर तो मोदी सरकार द्बारा डिजिटल इंडिया की बात की जाती है. वहीं हमारे मंत्री 50 से 60 लाख खर्च करते हुए व्यक्तिगत तौर पर इंग्लैंड जा रहे है. जबकि यह काम यहीं से बैठे-बैठे एक फोन कॉल पर हो सकता था और मुनगंटीवार को इसके लिए इंग्लैंड जाने की जरुरत भी नहीं पडती. साथ ही 50 से 60 लाख रुपए का खर्च भी बच जाता. इसके साथ ही विधायक बच्चू कडू ने यह भी कहा कि, 2-3 साल के लिए शिवकालीन बाघनखों को इंग्लैंड से उधार मांगकर अपने देश वापिस लाने के संदर्भ में सांस्कृतिक कार्यमंत्री मनगंटीवार की कल्पना अच्छी है. लेकिन यदि वे बाघनख लाने में सफल रहे होते, तो हम सभी को बेहद खुशी हुई होती. ऐसे में मुनगंटीवार को चाहिए कि, वे अगली बार हमे अपने साथ लेकर जाए. हम बाघनख को इंग्लैंड से लूटकर वापिस ले आएंगे.
* बच्चू कडू जैसे संजिदा नेता से ऐसी ओछी बात की उम्मीद नहीं थी
– मंत्री मुनगंटीवार ने किया पलटवार
वहीं दूसरी ओर विधायक बच्चू कडू द्बारा किए गए उपहास पर जवाब देते हुए मंत्री मुनगंटीवार ने एक वीडियो जारी किया है. जिसमें उन्होंने कहा कि, उन्हें बच्चू कडू जैसे संजिदा नेता से इस तरह की ओछी बात की बिल्कुल उम्मीद नहीं थी. क्योंकि यह छत्रपति शिवाजी महाराज की ऐतिहासिक विरासत रहने वाले बाघनखों का मामला है. जिनके साथ छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रति आस्था रखने वाले लाखों लोगों की भावनाएं जुडी हुई है और उन्हीं लाखों लोगों द्बारा कर के स्वरुप में अदा किए जाने वाले पैसों से बच्चू कडू को विधायक के तौर पर वेतन व तमाम सुविधाएं प्राप्त होते है. इसके साथ ही लंदन दौरे पर प्रत्यक्ष जाने को लेकर विधायक बच्चू कडू द्बारा उठाए गए सवाल पर जवाब देते हुए मंत्री मुनगंटीवार ने कहा कि, आगे चलकर बच्चू कडू यह भी कह सकते है कि, विधानसभा का चुनाव करवाने की भी कोई जरुरत नहीं है, क्योंकि इसमें करोडों रुपए खर्च होते है. साथ ही वे यह भी कह सकते है कि, लोकसभा चुनाव में 20 से 25 करोड रुपए खर्च हो जाते है. अत: लोकसभा के चुनाव 20 साल में एक बार लिए जाए. साथ ही अपने वीडियो संदेश में मंत्री मुनगंटीवार ने कहा कि, शायद बच्चू कडू को यह पता ही नहीं कि, इस तरह से ऑनलाइन एमओयू नहीं किए जा सकते. इसके अलावा मुनगंटीवार ने तंज कसते हुए कहा कि, कई बार कुछ लोग विधायक निर्वाचित होकर विधान मंडल में तो पहुंच जाते है. लेकिन विधानमंडल के कामकाज की पद्धति पता नहीं रहने के चलते इस तरह की प्रतिक्रिया देते है. ऐसे लोग संभवत: यह भी कह सकते है कि, विधानमंडल का अधिवेशन भी ऑनलाइन लिया जाना चाहिए, ताकि करोडों रुपए का खर्च बच सके. क्योंकि विधानमंडल के अधिवेशन में प्रतिमिनट 70 हजार रुपए का खर्च होता है. परंतु ऐसे लोगों को शायद इस बात का एहसास ही नहीं है कि, यह खर्च जरुरी क्यों है.