मनपा चुनाव में बढेगी नये मतदाताओं की संख्या
18 वर्ष की आयु पूर्ण करनेवाले कई युवा मतदाता पहली बार करेंगे मताधिकार का प्रयोग
अमरावती/प्रतिनिधि/दि.११ – आगामी फरवरी माह में अमरावती महानगरपालिका का पंचवार्षिक चुनाव होने जा रहा है. जिसके मद्देनजर मनपा प्रशासन द्वारा जिला निर्वाचन विभाग के सहयोग से आगामी 1 नवंबर से मतदाता पंजीयन अभियान शुरू किया जायेगा. मनपा के विगत चुनाव की तुलना में आगामी फरवरी माह के दौरान होने जा रहे चुनाव में मतदाताओं की संख्या में इजाफा होने का पूरा अनुमान है. क्योेंकि जारी वर्ष के दौरान 18 वर्ष की आयु पूर्ण करनेवाले मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में शामिल किये जायेंगे और ऐसे युवा मतदाताओं को पहली बार अमरावती मनपा के चुनाव में मतदान करने का अवसर मिलेगा.
बता दें कि, अधिक से अधिक नये मतदाताओं का पंजीयन हो, इस उद्देश्य से मनपा द्वारा सभी महाविद्यालयों में जनजागृति अभियान चलाया जायेगा. साथ ही सोशल मीडिया के जरिये भी युवाओं से मतदाता पंजीयन अभियान में शामिल होने का आवाहन किया जायेगा और 1 नवंबर से मतदाता सूची तैयार करने का काम शुरू किया जायेगा. जिसके लिए शहर के विभिन्न इलाकोें में सूचना फलक भी लगाये जायेंगे. 1 जनवरी 2022 की अर्हता दिनांक को 18 वर्ष की आयु पूर्ण करनेवाले सभी नागरिकों के नाम मतदाता सूची में पंजीकृत किये जायेंगे.
उक्ताशय की जानकारी देते हुए निगमायुक्त प्रशांत रोडे द्वारा बताया गया कि, ऑनलाईन पंजीयन के लिए सभी पात्र नागरिकों द्वारा वेबसाईट का प्रयोग किया जा सकेगा. साथ ही पिछली बार छायाचित्र नहीं रहने की वजह से जिन मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में शामिल नहीं हो पाये थे, उनके पास अपना पंजीयन कराने का अवसर उपलब्ध रहेगा. पंजीयन प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद 1 नवंबर 2021 को प्रारूप मतदाता सूची प्रकाशित की जायेगी. पश्चात 30 नवंबर तक आपत्ति व आक्षेप स्वीकार किये जायेंगे और 20 दिसंबर तक आपत्तियों व आक्षेपों का निराकरण करते हुए 5 जनवरी को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जायेगी.
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अमरावती से 15 हजार व बडनेरा से 37 हजार मतदाताओं को अवसर
जानकारी के मुताबिक अमरावती व बडनेरा क्षेत्र में कुल 52 हजार मतदाताओें के नाम छायाचित्र नहीं रहने की वजह से मतदाता सूची से हटाये गये थे. जिसमें अमरावती के 15 हजार व बडनेरा के 37 हजार मतदाताओं का समावेश है. ये सभी नागरिक आगामी 1 नवंबर से शुरू होने जा रहे मतदाता सूची पुर्ननिरीक्षण कार्यक्रम में अपने छायाचित्र देकर मतदाता सूची में अपने नाम का समावेश कर सकते है.
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ओबीसी की 23 सीटों पर संभ्रम!
– मनपा चुनाव में महिलाओं की 12 सीटें भी प्रभावित
– सभी की निगाहे आरक्षण की ओर
इस समय मनपा के चुनाव में बमुश्किल तीन से चार माह का समय शेष है और अब तक पिछडावर्गीय यानी ओबीसी प्रवर्ग के आरक्षण का मसला हल नहीं हुआ है. राज्य में हाल ही में जिला परिषद व पंचायत समिती के चुनाव ओबीसी आरक्षण के बिना लिये गये. यदि मनपा चुनाव तक ओबीसी आरक्षण का मसला हल नहीं होता है, तो उसी तर्ज पर मनपा चुनाव भी ओबीसी आरक्षण के बिना कराना पडेगा. जिसका सीधा असर ओबीसी संवर्ग की 23 सीटों पर होगा. इसमें भी ओबीसी समाज की महिलाओं हेतु आरक्षित 12 सीटें ओबीसी संवर्ग के हाथ से निकल जायेगी. हालांकि पूरी संभावना है कि, चुनाव की घोषणा होने तक राज्य सरकार इस संदर्भ में कोई न कोई समाधान निकाल लेगी.
बता देें कि, स्थानीय स्वराज्य संस्था में महिलाओं को 50 फीसद आरक्षण दिया जाता है. ऐसे में मनपा के 87 सदस्यों में से करीब 44 सीटों पर महिलाएं ही रहेगी. जिनमें 8 महिलाएं अनुसूचित जाति (एससी), 1 महिला अनुसूचित जमाति (एसटी) प्रवर्ग से चुनी जायेगी. चुनाव का कार्यक्रम घोषित होने तक यदि ओबीसी आरक्षण का मसला हल हो जाता है, तो ओबीसी संवर्ग के लिए 23 सीटें आरक्षित रहेगी. जिसमें से 12 सीटें ओबीसी महिलाओं के लिए आरक्षित रखी जायेगी. एससी, एसटी तथा ओबीसी इन तीन प्रवर्गों की आरक्षित सीटों में से 21 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित रहेगी. इसके अलावा शेष 23 सीटें खुले प्रवर्ग के लिए रहेगी. जहां से किसी भी प्रवर्ग की महिला भी नामांकन आवेदन कर सकती है. ऐसे में महिलाओं की कुल संख्या 44 रहना अपेक्षित है. वहीं यदि ओबीसी आरक्षण का मसला कायम रहता है, तो ओबीसी महिलाओं की अधिकारपूर्ण 12 सीटों पर आरक्षण रद्द हो जायेगा. साथ ही ओबीसी पुरूषों की सीटों का भी नुकसान होगा. हालांकि खुले प्रवर्ग से भी ओबीसी पुरूष व महिलाएं चुनाव लड सकते है. किंतु आरक्षण से उन्हें हाथ धोना पडेगा. वहीं पता चला है कि, तीन सदस्यीय प्रभाग रचना में ‘अ’ व ‘ब’ गुट में आरक्षित प्रत्याशी तथा ‘क’ गुट में खुले प्रवर्ग का प्रत्याशी रह सकता है.