पुराने सफाई ठेकेदारों को नहीं मिली हाईकोर्ट से राहत
हाईकोर्ट ने झोन निहाय ठेके पर स्टे ऑर्डर देने से किया मना
* मनपा को जवाब देने हेतु दी एक माह की मोहलत
अमरावती /दि.18- अमरावती महानगरपालिका द्वारा शहर में साफ-सफाई हेतु अमल में लायी जा रही झोन निहाय ठेका पद्धति के खिलाफ अदालत पहुंचे पुराने सफाई ठेकेदारों को आज उस समय बडा झटका लगा, जब मुंबई हाईकोर्ट की नागपुर खंडपीठ ने झोन निहाय ठेका पद्धति के संदर्भ में मनपा द्वारा चलाई जा रही प्रक्रिया पर स्थगनादेश देने से मना कर दिया. साथ ही इस मामले में मनपा प्रशासन को अपना जवाब पेश करने हेतु एक माह का समय भी दिया. इसके साथ ही यह स्पष्ट हो गया कि, अमरावती मनपा क्षेत्र में झोन निहाय ठेका पद्धति को लेकर चल रही प्रक्रिया बदस्तूर जारी रहेगी और जल्द ही इस नई ठेका पद्धति के अनुसार शहर में साफ-सफाई के काम का प्रारंभ भी होगा.
बता दें कि, इससे पहले अमरावती मनपा क्षेत्र में साफ-सफाई के काम हेतु प्रभाग निहाय ठेका पद्धति अमल में लायी जाती थी. जिसके तहत ठेकेदारों के साथ 3-3 साल का ठेका करार किया गया था. साथ ही उन्हें आगे चलकर कुछ नियमों व शर्तों के अधीन रहते हुए एक-एक वर्ष की समायावृद्धि दिये जाने की बात कही गई थी. जिसके तहत तीन वर्ष की अवधी पूरी होने के बाद सभी ठेकेदारों को अगले एक वर्ष की समयावृद्धि दी गई थी. किंतु इसके बाद समयावृद्धि देने से इंकार करते हुए मनपा प्रशासन ने शहर में झोन निहाय ठेका पद्धति को अमल में लाने का निर्णय लिया और इस हेतु इच्छूक ठेकेदारों से निविदाएं मंगाई गई. परंतु इसे खुदके लिए अन्यायकारक बताते हुए पुराने 23 सफाई ठेकेदारों में से करीब 7-8 ठेकेदारों ने नागपुर हाईकोर्ट में अपील दायर की तथा नई ठेका पद्धति को लेकर मनपा द्वारा चलाई जा रही प्रक्रिया पर स्थगनादेश दिये जाने की मांग की.
जहां पर इस मामले को लेकर हुई सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों का युक्तिवाद सुनने के बाद हाईकोर्ट ने आज अमरावती मनपा द्वारा चलाई जा रही प्रक्रिया पर स्थगनादेश देने से इंकार कर दिया. साथ ही इस मामले में अमरावती मनपा को अपना पक्ष रखने हेतु एक माह की मोहलत भी दी. जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि, अमरावती मनपा के पास झोन निहाय सफाई ठेकेदारों को आगे की प्रक्रिया को पूर्ण करने हेतु रास्ता खुला हुआ है.
बता दें कि, दो दिन पहले ही 2 झोन निहाय ठेकेदारों ने अपने पास साफ-सफाई के काम संबंधित तमाम आवश्यक तैयारियां पूर्ण रहने का दावा करते हुए मनपा प्रशासन से काम शुरु करने की अनुमति मांगी थी. जिसे लेकर माना जा रहा है कि, संभवत: मनपा आयुक्त व प्रशासक देविदास पवार द्वारा नये ठेकेदारों को 1 फरवरी से साफ-सफाई का काम शुरु कर देने की अनुमति दे दी जाएगी.