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व्यापारियों की बदौलत डेढ लाख करोड कलेक्शन

जीएसटी कमिश्नर अभय कुमार ने की बडी प्रशंसा

* नाहक ब्याज और पैनल्टी नहीं लगने देंगे
* सीए भवन में सेमिनार सफल
अमरावती/ दि. 18- भारतवर्ष के व्यापारियों की हिम्मत और मेहनत की दाद देनी पडेगी. उन्हीं की बदौलत आज जीएसटी का कलेक्शन हर महीने डेढ लाख करोड से अधिक हो रहा है. देश की अर्थव्यवस्था के असल चालक व्यापारी ही हैं. इसलिए जीएसटी में किसी भी व्यापारी अथवा फर्म को नाहक ब्याज, पैनल्टी नहीं लगने दी जायेगी. इस प्रकार का भरोसा जीएसटी आयुक्त अभय कुमार ने आज दोपहर सातुर्णा स्थित सीए भवन में आयोजित इंटर एक्टीव मीट में बोल रहे थे. मंच पर अतिरिक्त आयुक्त धैर्यशील कनसे, अमरावती के अतिरिक्त आयुक्त नवीद ए. शेख, सीए शाखा अध्यक्ष सीए पवन जाजू, टैक्स बार अध्यक्ष एड. राजेश मूंधडा, विदर्भ टैक्स प्रैक्टीशनर्स असो. के अध्यक्ष एड. जगदीश शर्मा, चेंबर के उपाध्यक्ष राजेश खंडेलवाल आदि विराजमान थे.
* देश की अर्थव्यवस्था गतिमान
आयुक्त अभय कुमार ने कहा कि व्यवसायियों का दिल बडा होता है, उनकी हिम्मत और मेहनत की भी प्रशंसा करनी होगी. देश की प्रगति में व्यापारियों का बडा योगदान है. बल्कि देश की अर्थव्यवस्था के पहिए व्यापारी है. बडा जोखिम का काम होता है व्यापार. कोई मजाक नहीं. अपने साथ- साथ देश और क्षेत्र की तरक्की हेतु मेहनत और लगन से कार्य करते हैं. टैक्स अदा करते हैं.
सीए और वकील भगवान
अभयकुमार ने भारी टैक्स कलेक्शन के लिए सीए और कर सलाहकारों के योगदान का गौरवपूर्ण उल्लेख कर विवाह जोडनेवाले मध्यस्थ से कर सलाहकारों की तुलना की. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार विवाह संबंध में मध्यस्थ की भूमिका होती है. वैसे ही भूमिका सीए और कर सलाहकारों की व्यापारियों तथा जीएसटी विभाग के बीच महत्वपूर्ण है. कुमार ने इन प्रोफेशनल्स को भगवान तक कह डाला. उनके इतने कहते ही सलाहगार तालियों से गूंज उठा था.

* त्रुटियां होगी दूर
अभय कुमार ने व्यापारियों को भरोसा दिलाया कि किसी प्रकार की अधिक ब्याज और पैनल्टी की वसूली नहीं होगी. ऐसे ही सिस्टम की खामियों को सुधारने का भी प्रयास विभाग कर रहा है. इसी प्रकार व्यापारी और कर सलाहकारों की अनेक सलाह तथा सुझाव को वे सरकार तक पहुंचाने का प्रयत्न करेंगे. दिक्कतों को दूर करने की कोशिश होगी. अनड्यूव तकलीफ नहीं होगी. आगे भी ऐसी चर्चा करेंगे. कानून में अपेक्षित बदलाव की भी कोशिश होगी. सिस्टम को सुधारने के लिए भी वे लिखेंगे.
शीघ्र एमनेस्टि स्कीम
आयुक्त कुमार ने आश्वासन दिया कि जल्द ही एमनेस्टि स्कीम जरूर शुरू की जायेगी. उन्होंने कोविड दौरान अपने कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति में मदद करनेवाले व्यवसायियों की भी प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि जीएसटी महकमा इनपुट टैक्स क्रेडिट की अनुमति देने पर विचार कर रहा है. जीएसटी शासन के तहत इनपुट टैक्स क्रेडिट निर्बाध है. लेकिन इस उद्देश्य के लिए करदाताओं को जीएसटी की कुछ शर्तो का पालन करना आवश्यक है. जीएसटी के कारण परेशानी मुक्त सप्लाई चेन को काफी फायदा हुआ है. सभागार में उपस्थित व्यापारी और इंडस्ट्री के प्रतिनिधि तथा सीए- कर सलाहकारों के अनेक प्रश्नों के उत्तर भी अभयकुमार ने दिए. सहायक आयुक्त नवीद शेख तथा अपर आयुक्त धैर्यशील कानसे ने भी संबोधित किया.
संचालन सीए ललित तांबी और आभार प्रदर्शन सीए विष्णुकांत सोनी ने किया. इस समय सीए सर्वश्री आर. आर. खंडेलवाल, डी. डी. खंडेलवाल, राजेश चांडक, जितेन्द्र खंडेलवाल, ब्रजेश फाफट, अनुपमा लढ्ढा, मधुर झंवर, मयूर खंडेलवाल, नरेन्द्र खंडेलवाल, सी. ए. प्रवीण अग्रवाल, इब्राहिम चौधरी, एड. यश शर्मा, लकी कॉटन, गणेश कॉट फायबर, अलीना कॉटन,अहमन कॉटन, साबिर एंड सन्स, इकरा कॉटन, महेश कॉटन सहित बडी संख्या में व्यापारी, सीए, कर सलाहकार, प्रोफेशनर्स उपस्थित थे.

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