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एक ही चोर ने चुराये 111 दुपहिया वाहन

12 वीं पास पेशेवर चोर चढा नागपुर पुलिस के हत्थे

* 77 लाख रुपए मूल्य के दुपहिया वाहन हुए बरामद
* अमरावती से भी चुराये थे 11 दुपहिया वाहन
* 9 जिलों में दिया था चोरी की वारदातों को अंजाम
* एक मामले की जांच दौरान सीसीटीवी फूटेज के जरिए आया नजर में
अमरावती /दि.8– इन दिनों अमरावती सहित राज्य के सभी छोटे-बडे शहरों में दुपहिया वाहनों की चोरी के मामले लगातार बढ रहे है. अमूमन यह काम चोरों के गिरोह द्वारा किया जाता है. लेकिन नागपुर पुलिस के हत्थे एक ऐसा चोर चढा है, जिसने अकेले ही विगत 2 वर्ष के दौरान करीब 111 दुपहिया वाहनों की चोरी करते हुए उनकी अलग-अलग जिलों में विक्री कर डाली. जिसमें अमरावती से चुराए गए 11 दुपहिया वाहनों का भी समावेश था. नागपुर पुलिस के अपराध शाखा द्वारा की गई इस कार्रवाई के चलते कोंढाली में रहने वाले कक्षा 12 वीं पास इस वाहन चोर को पकडा गया. साथ ही उसके घर से ही चोरी के 20 दुपहिया वाहन जब्त किये गये तथा 111 में से 85 दुपहिया वाहन चोरी के मामलों की गुत्थी को सुलझा लिया गया. इस वाहन चोर का नाम ललित गजेंद्र भोगे (24, विकास नगर, कोंढाली) बताया गया है.
जानकारी के मुताबिक वाडी परिसर में रहने वाले अनिल पखाले नामक व्यक्ति का दुपहिया वाहन विगत 21 दिसंबर को चोरी हो गया था. जिसकी शिकायत मिलने पर पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों के फूटेज को खंगालते हुए मामले की जांच करनी शुरु की. इसके साथ ही वाहन चोरी से संबंधित अन्य मामलों को लेकर भी जांच करते हुए संबंधित क्षेत्रों में लगे सीसीटीवी कैमरों के फूटेज खंगाले गये और अपराध शाखा द्वारा वाहन चोरी के मामलों को लेकर हॉटस्पॉट तय करते हुए 250 से अधिक स्थानकों को चिन्हिंत किया गया. जहां पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फूटेज खंगालने पर कुछ जगहों पर एक विशिष्ट युवक की मौजूदगी दिखाई दी. ऐसे में पुलिस ने उस युवक को अपनी जांच के दायरे में लिया तथा उसकी तलाश करनी शुरु करने के साथ अपने मुखबीरों के जरिए उसकी पहचान करने का प्रयास शुरु किया गया. चूंकि नागपुर पुलिस के पास वाडी परिसर तक सीसीटीवी कैमरों का एक्सेस था और इसके बाद वह युवक आगे कहा जाता है, यह पता नहीं चल पा रहा था. ऐसे में पुलिस ने साइबर सेल की सहायता लेते हुए ई-सर्विलान्स के जरिए जांच की, तो पता चला कि, वह युवक वाडी से आगे कोंढाली तक आना-जाना करता है, तो पुलिस ने उक्त युवक का कोंढाली तक पीछा किया और उसे कोंढाली के विकास नगर परिसर से खोज निकाला गया. जिसने अपना नाम ललित गजेंद्र भोगे बताया. खास बात यह रही कि, इस समय ललित भोगे के पास वाडी से 21 दिसंबर को चुराया गया दुपहिया वाहन भी था. जिसके बारे में पूछताछ करने पर उसने पहले तो टालमटोल वाले जवाब दिये. लेकिन कडाई के साथ पूछताछ किये जाने पर उक्त वाहन को वाडी से चुराये जाने की कबूली दी. इस समय पुलिस ने ललित भोगे के घर के आसपास वाले परिसर से चोरी के 20 दुपहिया वाहन भी जब्त किये. जिनके बारे में पूछताछ करने पर ललित भोगे ने जो जानकारी पुलिस को दी, उसको सूनकर पुलिस भी हैरत में पड गई. क्योंकि ललित भोगे के मुताबिक उसने अकेले ही नागपुर शहर व ग्रामीण सहित अमरावती, चंद्रपुर, यवतमाल, वर्धा, अकोला, भंडारा व गडचिरोली ऐसे 9 अलग-अलग जिलों से करीब 111 दुपहिया वाहन चुराये थे और उनकी अलग-अलग लोगों को विक्री भी की थी. इस जानकारी के सामने आते ही नागपुर पुलिस ने अलग-अलग पुलिस थानों की रिकॉर्ड की जांच की, तो वाहन चोरी के 85 मामलों की गुत्थी सुलझ गई. वहीं अब शेष दुपहिया वाहनों के चोरी के मामले कहां दर्ज है, इसकी जांच की जा रही है.

* दो साल से था वाहन चोरी के काम में सक्रिय
इस संदर्भ में नागपुर पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक ललित भोगे विगत करीब 2 वर्षों से वाहन चोरी के मामलों को लेकर सक्रिय था तथा वाहन को चुराने के बाद वह उसमें थोडा बहुत फेरबदल करने के बाद उसे बेचने हेतु ग्रामीण इलाकों में ले जाया करता था. जहां पर दस्तावेज बाद मेें उपलब्ध कराने का झांसा देकर जो भी दाम मिलता, वह उसी दाम में दुपहिया वाहन को बेच देता था. पुलिस द्वारा की गई जांच में पता चला कि, वाहन चुराने के लिए ललित भोगे पहले डूप्लिकेट चाभी का प्रयोग करता और कहीं पर हैंडल लॉक तोडकर वाहन चूरा लेता.

* घर खर्च करने और पत्नी के शौक पुरे करने के लिए बना चोर
जानकारी के मुताबिक ललित भोगे कुछ समय पहले तक सेकंड हैंड वाहन खरीदने व बेचने का काम किया करता था और कुछ अरसा पहले उसने प्रेमविवाह किया था. लेकिन शादी के बाद घर की आर्थिक जरुरते बढ गई. ऐसे में घर का खर्च चलाने और प्रेमिका से पत्नी बनी युवती के शौक को पूरा करने के लिए ललित भोगे ने सेकंड हैंड वाहनों की विक्री के साथ-साथ दुपहिया वाहनों की चोरी करने और फिर उन वाहनों की औने-पौने दाम पर विक्री करने का काम शुरु कर दिया.

* क्रिकेट सट्टे का भी शौक रखता है ललित भोगे
जांच के दौरान यह जानकारी भी सामने आयी कि, जहां एक ओर ललित भोगे की पत्नी को महंगी-महंगी चीजों का शौक है. वहीं खुद ललित भोगे को क्रिकेट में सट्टा लगाने का शौक है. ऐसे में अपने इन्हीं शौक को पूरा करने के लिए ललित भोगे ने दुपहिया वाहनों को चुराने का सिलसिला शुरु किया तथा 2 वर्ष के दौरान अलग-अलग स्थानों से 111 दुपहिया वाहन चूरा लिये. जिसमेें से करीब 77 लाख रुपए के दुपहिया वाहन पुलिस द्वारा ललित भोगे के पास से बरामद कर लिये गये.

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