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शतकवीर हुआ प्याज

  • दीपावली के मुहाने पर दाम में आयी तेजी

  • बुआई के घटने का परिणाम

अमरावती/प्रतिनिधि/दि.9 – विगत कुछ दिनों से प्याज के दामों में लगातार तेजी चल रही है और अब ऐन दीवाली के मुहाने पर प्याज के दाम 100 रूपये प्रति किलो की दर पर जा पहुंचे है. जारी वर्ष में अतिवृष्टि की वजह से राज्य में प्याज की फसल का काफी नुकसान हुआ है और पुराने स्टॉक का प्रमाण काफी कम है. ऐसे में प्याज के दामों में जबर्दस्त तेजी देखी जा रही है. साथ ही यह स्थिति आगामी दिसंबर माह तक कायम रहने की पूरी उम्मीद है.
इस समय होलसेल बाजार में नई प्याज को 30 से 50 रूपये प्रति किलो तथा पुरानी प्याज को 50 से 65 रूपये प्रति किलो के दाम मिल रहे है. वहीं फूटकर बाजार में प्रतिकिलो 70 से 100 रूपये के दाम पर प्याज की बिक्री हो रही है. जिसके तहत लाल प्याज 60 से 70 रूपये तथा सफेद प्याज 80 से 100 रूपये प्रति किलो की दर पर बिक रहा है.
उल्लेखनीय है कि, इस वर्ष हुई जबर्दस्त बारिश की वजह से जहां एक ओर प्याज की नई फसल खराब हुई, वहीं दूसरी ओर पूरानी कपास का स्टॉक भी काफी हद तक खराब हुआ. इसके अलावा लॉकडाउन काल के दौरान बंद रहनेवाले होटल अनलॉक की प्रक्रिया के बाद पूरी क्षमता के साथ खुल गये. जिसकी वजह से प्याज की मांग में अचानक ही उछाल आया. जिसका सीधा परिणाम प्याज के दामों पर दिखाई दिया, और अब तो दामों की वजह से प्याज ने वाकई लोगों को रूलाना शुरू कर दिया है. क्योंकि भोजन एवं विभिन्न तरह के व्यंजनों में प्याज एक सबसे अधिक महत्वपूर्ण घटक है, लेकिन अब तक 10-20 रूपये प्रति किलो की दर पर बिकनेवाला प्याज अब सीधे 80 से 100 रूपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है. जिसकी वजह से लोगों का बजट गडबडा गया है. क्योंकि इन दिनों दीपावली का फराल बनाने का काम लगभग सभी घरों में चल रहा है और इन व्यंजनों को बनाने के लिए प्याज की जरूरत पडना तय है. ऐसे में प्याज की मांग में जबर्दस्त तेजी है और उतनीही तेजी प्याज के दामों में भी है. ऐसे में लोगबाग अब अपनी जरूरत को कम करने के लिए मजबूर हो गये है.
इस संदर्भ में स्थानीय बाजार सूत्रों के मुताबिक इस बार राज्य में कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए गर्मी के मौसम में लॉकडाउन लागू किया गया था. ऐसे में गर्मी के मौसम में प्याज उत्पादक किसान हर वर्ष की तरह इस बार अपेक्षित प्रमाण में प्याज की बुआई नहीं कर पाये. जिसका सीधा परिणाम प्याज की उपज पर हुआ. वहीं जारी वर्ष में बारिश के मौसम के दौरान शुरूआत से जबर्दस्त पानी बरसा और कई स्थानों पर अतिवृष्टि के हालात रहे. वहीं रहीं-सही कसर वापसी की बारिश ने पूरी कर दी. जिसकी वजह से प्याज उत्पादक किसानों सहित व्यवसायियों द्वारा स्टॉक करके रखा गया प्याज बडे पैमाने पर सड गया. जिसकी वजह से प्याज के दाम अब आसमान छूने लगे है.

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