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29 मई को विद्यापीठ का ऑनलाईन दीक्षांत समारोह

  •  110 सुवर्णपदक, 22 रजत पदक व 22 नकद पुरस्कार दिये जायेंगे

  •  सर्वाधिक 6 सुवर्ण अमरावती की सारिका वनवे को

  •  5 सुवर्ण व 1 रजत अकोला के तेजस राठी को

  •  316 संशोधकों को दी जायेगी पीएचडी की पदवी

  •  ऑनलाईन आयोजन के लिए लिंक तैयार, तैयारियोें को दिया जा रहा अंतिम रूप

  •  कुलगुरू डॉ. चांदेकर ने पत्रवार्ता में दी जानकारी

अमरावती/प्रतिनिधि दि.27 – संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ का 37 वां दिक्षांत समारोह आगामी 29 मई को आयोजीत होने जा रहा है. कोविड संक्रमण के लगातार बढते खतरे के चलते प्रतिबंधात्मक नियमों का पालन करते हुए दीक्षांत समारोह का आयोजन ऑनलाईन पध्दति से किया जा रहा है. ऑनलाईन पध्दति से आयोजीत होनेवाले इस समारोह का प्रारंभ 29 मई को सुबह 11 बजे होगा. राज्यपाल व कुलपति भगतसिंह कोश्यारी की अध्यक्षता में आयोजीत होने जा रहे इस दीक्षांत समारोह में केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितीन गडकरी द्वारा दीक्षांत भाषण दिया जायेगा. वहीं राज्य के उच्च व तंत्र शिक्षा मंत्री उदय सामंत विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे. इस आशय की जानकारी विद्यापीठ में बुलायी गयी पत्रकार परिषद में विद्यापीठ के कुलगुरू डॉ. मुरलीधर चांदेकर द्वारा दी गई.
इस पत्रवार्ता में बताया गया कि, ग्रीष्मकालीन 2020 की परीक्षा में 3 लाख 79 हजार परीक्षार्थियों द्वारा 685 विषयों की परीक्षा दी गई. वहीं शीतकालीन-2019 मे 3 लाख 25 हजार 643 विद्यार्थियों द्वारा 620 विषयों की परीक्षा दी गई. इन परीक्षाओें में उल्लेखनीय सफलता के साथ ही प्राविण्यता सूची में स्थान हासिल करनेवाले विद्यार्थियों को 110 सुवर्ण पदक, 22 रजत पदक तथा 22 नकद पुरस्कार ऐसे कुल 154 पुरस्कारों का वितरण किया जायेगा. जिसमें सर्वाधिक 6 सुवर्ण पदक अमरावती विद्यापीठ अंतर्गत मराठी पदव्युत्तर विभागइ की सारिका विष्णुपंत वनवे ने हासिल किये है. साथ ही इस छात्रा ने एक नकद पुरस्कार भी हासिल किया है. इसके अलावा अकोला के सरकारी मेडिकल कॉलेज के छात्र तेजस दिनेश राठी ने 5 सुवर्ण व 1 रजत सहित एक नकद पुरस्कार हासिल किया है. इस दीक्षांत समारोह में कुल 83 परीक्षार्थियों को पदक देकर सम्मानित किया जायेगा. जिनमें 65 छात्राओं तथा 18 छात्रों का समावेश है. इसके अलावा इस दीक्षांत समारोह में कुल 316 संशोधकों को पीएचडी यानी आचार्य की पदवी प्रदान की जायेगी. जिनमें विज्ञान व तंत्रज्ञान विद्याशाखा के 126, मानव्य विज्ञान विद्याशाखा के 87, वाणिज्य व व्यवस्थापन विद्याशाखा के 19 तथा आंतर विद्याशाखिय अभ्यास विद्याशाखा के 52 संशोधकों का समावेश है. वहीं अन्य शाखाओं की पदवी महाविद्यालयों के जरिये वितरित की जायेगी.
पत्रवार्ता में बताया गया कि, इस आयोजन हेतु विद्यापीठ द्वारा एक स्वतंत्र लिंक तैयार की गई है. जिसके जरिये सभी गणमान्य अतिथियों सहित सभी संबंधित इस आयोजन में ऑनलाईन तरीके से सहभागी हो सकेंगे. साथ ही विद्यापीठ के विभिन्न विभागोें के अधिकारी व कर्मचारी इस आयोजन की तैयारी में जूट गये है और इस समय विद्यापीठ में दीक्षांत समारोह के आयोजन को लेकर हलचलें तेज है.
इस पत्रकार परिषद में कुलगुरू डॉ.मुरलीधर चांदेकर सहित प्र-कुलगुरू डॉ. राजेश जयपुरकर, कुलसचिव डॉ. तुषार देशमुख, परीक्षा व मूल्यांकन मंडल के संचालक डॉ. हेमंत देशमुख, वित्त व लेखाधिकारी डॉ. भारत तहाड तथा जनसंपर्क अधिकारी डॉ. विलास नांदुरकर उपस्थित थे.

  •  शंकरबाबा पापलकर को किया जायेगा डी. लिट से सम्मानित

अनाथों का नाथ कहे जाते तथा 123 दिव्यांग व अनाथ लडके-लडकियों का पालकत्व स्वीकार करते हुए अब तक अपने आश्रम में रहनेवाले 24 अनाथ व दिव्यांग लडके लडकियों का बडी धूमधाम से विवाह करवानेवाले समाजसेवक शंकरबाबा पुंडलीकराव पापलकर को राज्यपाल व कुलपति भगतसिंह कोश्यारी की ओर से इस दीक्षांत समारोह में कुलगुरू डॉ. मुरलीधर चांदेकर द्वारा डी. लिट की पदवी प्रदान करते हुए गौरवान्वित किया जायेगा.

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