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आपूर्ति घट जाने के चलते पैदा हो रही किल्लत
अमरावती/प्रतिनिधि दि.22 – इस समय समूचे राज्य पर लोडशेडिंग का खतरा मंडरा रहा है और सरकार द्वारा सभी नागरिकों से बिजली का प्रयोग बेहद संभलकर और आवश्यकता रहने पर ही करने का आवाहन किया गया है. वहीं दूसरी ओर इस समय राज्य के सभी औष्णिक उर्जा प्रकल्पों में कुल क्षमता की तुलना में केवल 50 फीसद क्षमता के साथ काम किया जा रहा है. जिसकी वजह से बिजली का उत्पादन पहले की तुलना में आधा हो रहा है.
इसके साथ ही अतिरिक्त बिजली का निर्माण करने पर विद्युत निर्मिती केंद्र मेंटेनन्स में न चले जाये, यह प्रयास महाजेनको द्वारा किये जाने की जानकारी भी सामने आयी है. वहीं दूसरी ओर महाजेनको द्वारा यह भी स्पष्ट किया गया है कि, राज्य में विद्युत निर्मिती का काम अबाधित रूप से चल रहा है और जल्द ही स्थिति को नियंत्रित करने में सफलता प्राप्त होगी.
इस समय समूचे देश में कोयले की किल्लत चल रही है. जिसकी वजह से विद्युत निर्मिती का काम बुरी तरह से प्रभावित हुआ है और कोयले का अभाव रहने के चलते कई विद्युत निर्मिती केंद्रों के सेट बंद पडे है.
– पता चला है कि, गोंदिया जिले में सालेकसा के निकट रेलगाडी के डिब्बे पटरियों से घसर गये. जिसके चलते 10 रैक से अधिक कोयला अटका पडा है और विदर्भ के विद्युत निर्मिती केंद्रों में होनेवाली कोयले की आपूर्ति बुरी तरह से प्रभावित हुई है.
– तकनीकी खराबी आने के चलते उत्पादन का प्रमाण घट गया है. ऐसे में विद्युत संकट का साया मंडरा रहा है.
– सेंट्रल ग्रीड से होनेवाली विद्युत आपूर्ति की वजह से राज्य पर लोडशेडिंग करने की नौबत नहीं आयेगी, ऐसा दावा किया गया है.
– कोयला आपूर्ति सुचारू होने पर 6 हजार मेगावैट विद्युत उत्पादन का लक्ष्य महाजेनको द्वारा तय किया गया है.