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पहले दिन केवल एक फीसदी विद्यार्थी पहुंचे शालाओं में

  • जिले की ५२५ शालाओ में है १ लाख ५५ हज़ार विद्यार्थी

  •  कोरोना खतरे को देखते हुए अभिभावकों ने स्कूल नहीं भेजे अपने बच्चे

  • पहले दिन २ हजार से भी कम विद्यार्थियों ने लगायी हाजरी

अमरावती/प्रतिनिधि/दि. २३ – जारी शैक्षणिक सत्र की शुरूआत यूं तो प्रतिवर्ष की तरह 26 जून को ही हो गयी थी, लेकिन कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए स्कूलों को विद्यार्थियों के लिए नहीं खोला गया था और जून माह से अब तक अमरावती शहर सहित जिले की सभी स्कूलें बंद थी. जिन्हें 23 नवंबर से खोलने का निर्णय राज्य सरकार द्वारा लिया गया. जिसके बाद सोमवार को लंबे समय बाद पहली बार अमरावती शहर सहित जिले की शालाओं में घंटियां गूंजायमान हुई, लेकिन घंटी बजने के साथ ही स्कूलों में विद्यार्थियों का जो शोरशराबा होता था, वह पहले दिन पूरी तरह से नदारद रहा, क्योेंकि शाला खुलने के पहले दिन विद्यार्थियों की बेहद अत्यल्प उपस्थिति थी.
बता देें कि, अमरावती मनपा क्षेत्र अंतर्गत 150 तथा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 375 ऐसे कुल 525 निजी शालाएं है. जिनमें कक्षा 9 वीं से 12 वीं में करीब 1 लाख 55 हजार विद्यार्थी प्रवेशित है. सोमवार की सुबह लंबे समय बाद जब कक्षा 9 वीं से 12 वी की ऑफलाईन पढाई शुरू करने हेतु शालाएं खुली, तो इनमें से 525 शालाओं व कनिष्ठ महाविद्यालयों में लगभग 1 हजार 500 यानी मात्र एक फीसदी विद्यार्थी ही उपस्थित हुए. ऐसे में इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि, सरकार एवं प्रशासन द्वारा सैनिटाईजेशन एवं सुरक्षा को लेकर तमाम कदम उठाये जाने और दावे किये जाने के बावजूद लोगों में कोरोना के खतरे को लेकर कितना अधिक भय व्याप्त है.
जानकारी के मुताबिक अमरावती मनपा क्षेत्र अंतर्गत गणेशदास राठी विद्यालय में 17, ज्ञानमाता हाईस्कुल में 7, होलीक्रॉस में 12 व गर्ल्स हाईस्कूल में 27 छात्र-छात्राएं पहुंचे. वहीं बडनेरा रोड स्थित समर्थ हाईस्कूल में एक भी विद्यार्थी नहीं पहुंचा. पता चला है कि, अमरावती मनपा क्षेत्र से बाहर ग्रामीण इलाकों में स्थित 375 शालाओं में मात्र 900 विद्यार्थी ही पहुंचे, यानी औसतन हर शाला में मात्र दो या तीन विद्यार्थी ही पहुंचे है. यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, अमरावती मनपा क्षेत्र में स्थित पीआर पोटे इंटरनैशनल स्कूल तथा हरिकिसन मालू स्कूल द्वारा फिलहाल अपनी शालाओं को बंद रखने का ही निर्णय लिया गया है और इन दोनों शालाओं की व्यवस्थापन समिती द्वारा 2 दिसंबर के बाद शालाएं शुरू करने की बात तय की गई है.

प्रशासन ने किया शालाओं का मुआयना

वहीं दूसरी ओर सोमवार को जिला प्रशासन की ओर से जिलाधीश शैलेश नवाल ने माध्यमिक शिक्षाधिकारी वामन बोलके के साथ तथा मनपा प्रशासन की ओर से महापौर चेतन गावंडे व निगमायुक्त प्रशांत रोडे ने कई सरकारी व निजी शालाओं का निरीक्षण दौरा किया. जहां पर शाला प्रबंधन द्वारा किये गये कोरोना प्रतिबंधात्मक उपायों का मुआयना किया गया.

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