अन्यथा 8 दिन के भीतर पूरा परिवार करेगा आत्मदाह
आष्टी निवासी भार्गव परिवार ने दी पत्रवार्ता में चेतावनी
* जिजाउ बैंक के अध्यक्ष कोठाले व संचालक राउत पर लगाया धोखाधडी व जालसाजी का आरोप
अमरावती /दि.21– स्थानीय जिजाउ कमर्शियल को-ऑप बैंक के मौजूदा कार्यकारी अध्यक्ष अविनाश कोठाले व संचालक विलास राउत ने आपसी मिलीभगत करते हुए वर्धा जिले के आष्टी में रहने वाले संजय भार्गव के खाते से 39 लाख रुपए परस्पर निकाल लिये थे और इस मामले की ओर ध्यान दिलाये जाने के बावजूद बैंक प्रशासन द्वारा जांच करने में टालमटोल की जा रही है. इस आशय का आरोप लगाते हुए संजय भार्गव एवं उनके परिजनों ने चेतावनी दी है कि, यदि आगामी 8 दिन के भीतर इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं होती है, तो वे सहपरिवार आत्मदाह कर लेंगे.
वॉलकट कम्पाउंड परिसर स्थित मराठी पत्रकार भवन में बुलाई गई पत्रवार्ता में संजय भार्गव ने बताया कि, वे एक नामांकित शिक्षा संस्था के संस्थापक अध्यक्ष है और आष्टी में रहते है. वर्ष 2018 में खेतीबाडी संबंधित काम एवं घर बनाने हेतु उन्होंने जिजाउ बैंक में कर्ज के लिए आवेदन किया था. जिसे बैंक द्वारा मंजूर सन 2018 में 32 लाख रुपए, मार्च 2019 में 40 लाख रुपए तथा 10 जून 2019 को 10 लाख रुपए ऐसे कुल 82 लाख रुपए उनके कर्ज खाते में जमा कराए गये थे. जिसके लिए उन्होंने जिजाउ अर्बन बैंक के पास अपने खेत व प्लॉट सहित आष्टी स्थित घर गिरवी रखा था. इसी दौरान उनकी पत्नी लगातार बिमार चल रही थी और उन्हें पत्नी की देखभाल के लिए अमरावती स्थित दवाखाने मेें रहना पड रहा था. इस बात का पूरा फायदा उठाते हुए जिजाउ अर्बन बैंक के संचालक विलास राउत ने सुरक्षा निधि के नाम पर धनादेश आने से पहले ही बैंक की वाउचर स्लीप पर उनके हस्ताक्षर ले लिये और उनके कर्ज खाते से 39 लाख रुपए निकाल लिये. इसी दौरान उनकी पत्नी की मृत्यु हो गई और जब उन्हें अपने खाते से पैसे निकाले जाने की जानकारी मिली, तो उन्होंने इसकी शिकायत बैंक के अध्यक्ष अविनाश कोठाले से की. परंतु अविनाश कोठाले ने यह कहते हुए अपना पल्ला झाड लिया कि, विलास राउत बैंक के संचालक नहीं है और उनका बैंक से कोई संबंध नहीं है. ेऐसे में इस पूरे मामले से बैंक का कोई लेना-देना नहीं है और उन्हें कर्ज की किश्ते अदा करनी होगी. परंतु अब तक जितनी किश्ते भरी गई है, उसका कोई हिसाब-किताब बैंक द्वारा नहीं दिया गया. इसी दौरान सितंबर 2023 में जिजाउ बैंक की आमसभा के दौरान संजय भार्गव की बेटी वैभवी भार्गव ने खुद व्यासपीठ पर जाकर अपने पिता के खाते से परस्पर निकाले गए 39 लाख रुपए तथा अपने पिता द्वारा बैंक को अदा की गई कर्ज की किश्तों के बारे में पूछताछ की, तो बैंक के अध्यक्ष अविनाश कोठाले व संचालक विलास राउत पूरी तरह से घबरा गए तथा उन्होंने भार्गव परिवार पर अलग-अलग तरीकों से दबाव बनाना शुरु किया है. जिसके तहत उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है और झूठे मामलों में फंसा देने व संपत्ति जब्त कर लेने के बारे में भी धमकाया जा रहा है. इस बारे में भार्गव परिवार की ओर से आष्टी पुलिस थाने, वर्धा के पुलिस अधीक्षक कार्यालय, लोकायुक्त व रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पास भी शिकायत दर्ज कराई गई है. लेकिन इसके बावजूद कहीं से कोई न्याय नहीं मिल रहा. जिससे तंग आकर भार्गव परिवार ने सामूहिक आत्मदाह करने का निर्णय लिया है.
इस पत्रकार परिषद में संजय भार्गव, राजकन्या भार्गव, वैभवी भार्गव के साथ ही राधेश्याम कलंत्री व इमरान शेख उपस्थित थे.