संत गजानन महाराज की पालखी का पंढरपुर प्रस्थान
700 भाविकों का ताल मृदंग पर ठेका
* शाम को पारस में मुक्काम
* 28 मई को अकोला पहुंचेगी
शेगांव/दि.26- शेगांव के संत श्रेष्ठ श्री गजानन महाराज की पालखी जेष्ठ शुद्ध 7 शुक्रवार 26 मई को ब्रह्म मुहूर्त पर सुबह 7 बजे पंढरपुर की ओर निकली. श्री गजानन महाराज की पालकी में तकरीबन 700 वारकरी शामिल हुए हैं. पंढरपुर के आषाढी एकादशी यात्रा महोत्सव में शामिल होने के लिए श्री गजानन महाराज की पालकी का यह 54 वां साल है. सवेेरे संस्थान के शंकरराव पाटील के सुपुत्र नीलकंठ पाटील के हस्ते चांदी की गजानन महाराज मुखौटे का पूजन और वारकरियों का पद पूजन किया गया. उपरांत गाजे-बाजे से और जयघोष के साथ पालखी आगे बढ़ी. श्री की पालखी 700 वारकरियों समेत रथ, अश्व सहित तालकरी, वारकरी, पताका धारी एवं श्री हरि नाम के साथ ताल मृदंग के गूंज में जय हरी विठ्ठल श्री हरी विठ्ठल, जय गजानन श्री गजानन, गण गण गणात बोते मंत्र का जाप करते वारकरी संत नगरी से विट्ठल की नगरी की ओर रवाना हुए हैं. तकरीबन 33 दिन का पैदल सफर तथा 725 किलोमीटर की दूरी तय कर श्री गजानन महाराज की पालकी 27 जून को श्री क्षेत्र पंढरपुर पहुंचेंगी. श्री विट्ठल की पंढरी में श्री गजानन महाराज की पालकी का विश्राम 27 जून से 2 जुलाई तक श्री गजानन महाराज संस्थान की शाखा में 5 दिन तक रहेगा.
श्री की पालकी का वापसी का सफर गांव की ओर 3 जुलाई से शुरू होगा. पंढरपुर से शेगांव 550 किलोमीटर का सफर रहेगा. ऐसा आने जाने का 1300 किलोमीटर का पैदल सफर श्री गजानन महाराज की पालकी के वारकरी भक्ति भाव से करने वाले हैं. 23 जुलाई को खामगांव में विश्राम करने के बाद 24 जुलाई सोमवार को श्री की पालकी संत नगरी शेगाव पहुंचेगी. श्री की पालकी संत नगरी से गांव से निकलने के बाद 26 मई को दोपहर श्री क्षेत्र नागझरी के क्षेत्र गोमाजी महाराज संस्थान में श्री की पालकी पहुंचेगी. महाप्रसाद ग्रहण कर शाम के समय अकोला जिले के पारस में श्री पालकी का रात में विश्राम रहेगा. 27 मई को पारस से निकलकर दोपहर के समय गायगांव तथा रात भोरद् में रुक कर सुबह अकोला में 28 और 29 मई यह 2 दिन श्री गजानन महाराज की पालकी अकोला में विश्राम करेगी. उसके बाद सुनिश्चित मार्ग से होते हुए श्री की पालकी 27 जून को श्री क्षेत्र पंढरपुर पहुंचेगी. श्री गजानन महाराज की पालकी के आगमन को देखते हुए अकोला शहर में जोरदार तैयारियां की जा रही है.