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पतंजलि का प्रस्तावित ‘फुड पार्क’ संकट में !

 उद्योग शुरु न करने से भूखंड पर मालकी अधिकार छोडने की नोटीस

नागपुर/प्रतिनिधि दि.6 – यहां की मिहान नॉन-सेज में 230 एकड का भूखंड लेकर समय पर उद्योग शुरु न करने से महाराष्ट्र हवाई अड्डा विकास कंपनी ने इस भूखंड पर मालकी हक्क छोडने की नोटीस रामदेव बाबा के द्गपतंजलि फुड एन्ड हर्बल पार्कद्घ इस कंपनी को दिया है.
रामदेव बाबा के पतंजलि समूह ने विदर्भ के संतरा उत्पादक व अन्य किसानों को लाभ होगा, ऐसा कहते हुए मिहान-नॉन सेज में सितंबर 2016 में जमीन ली. 6 महीने में उद्योग शुरु करने की घोषणा करते हुए इस उद्योग से विदर्भ के 10 हजार युवाओं को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रुप से रोजगार मिलेगा, ऐसा दावा भी किया. किंतु आज तक यहां गोदाम बांधना व सयंत्र स्थापित करने का काम पूर्ण नहीं हुआ. फिलहाल वह काम भी रोका गया है. इस संदर्भ में सूचना अधिकार कार्यकर्ता अभय कोल्हारकर को मिली जानकारी के अनुसार पतंजलि समूह को भूखंड का मालिक हक्क छोडने नोटीस दिया गया है.

एलएनटी से भूखंड वापस

मिहान सेज में 77 व नॉन सेज में 42 कंपनियों को उद्योग स्थापित करने भूखंड दिया गया है. एमएडीसी को भूखंड बिक्री से आज तक मिहान सेज में 508.47 करोड व नॉन सेज में तकरीबन 416.71 करोड इतनी रकम मिली है. मिहान सेज में 17 कंपनियों ने पूरी रकम नहीं दी. इसमें तकरीबन 33.56 करोड अभी भी आना बाकी है. मिहान-सेज में भूखंड लेकर उद्योग खडे करने में विफल हुए मे. एल एन्ड टी इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट लिमिटेड ने भूखंड वापस लिया है.

क्या है मामला?

– पतंजलि समूह ने सेज में 7 एकड जमीन ली है. उस माध्यम से कंपनी का आंतरराष्ट्रीय बाजारपेठ में प्रवेश करने का प्रयास है. पतंजलि फुड पार्क का तकरीबन 90 प्रतिशत बांधकाम पूर्ण हुआ है.

– इस प्रकल्प में पतंजलि उद्योग समूह ने 500 करोड का निवेश कर, मूलभूत सुविधा खडी की. इस प्रकल्प की प्रक्रिया के लिए सयंत्र आयात किये है.

– किंतु इस समूह के सामने निवेश की समस्या है. यह निवेश खडा करने का कार्य अंतिम चरण में रहने की बात कही जा रही है. वहीं सेज व नॉन सेज में स्थित पतंजलि समूह के साथ ही 15 उद्योगों को मालकी अधिकार छोडने की नोटीस दी गई है.

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