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कम नहीं हो रहे मरीज

अब भी सचेत रहना आवश्यक

  •  400 के आसपास घूम रहा आंकडा

  •  लॉकडाउन के कडे निर्बंध जरूरी

अमरावती/प्रतिनिधि दि.23 – विगत फरवरी माह में कोरोना संक्रमितों की लगातार बढती संख्या के मद्देनजर प्रशासन द्वारा 22 फरवरी से अमरावती सहित अचलपुर तहसील में लॉकडाउन लगाने की घोषणा की गई थी, जो 6 मार्च तक चली थी. इस दौरान संक्रमितों की संख्या में कुछ हद तक कमी आने और आम नागरिकों द्वारा लॉकडाउन के खिलाफ आवाज उठाने के चलते प्रशासन ने 6 मार्च से लॉकडाउन की शर्तों को आंशिक तौर पर शिथिल कर दिया था. किंतु अनलॉक की प्रक्रिया को शुरू करते समय रोजाना पाये जानेवाले नये संक्रमित मरीजों को लेकर जो स्थिति थी, अब भी लगभग वहीं स्थिति बरकरार है और रोजाना 400 के आसपास नये संक्रमित मरीज पाये जा रहे है.
बता दें कि, फरवरी माह के दूसरे व तीसरे सप्ताह में कोरोना संक्रमितों की संख्या में अचानक उछाल आया था और रोजाना 700 से 800 मरीज पाये जाने लगे थे. एक समय ऐसा भी आया जब एक ही दिन के दौरान 950 से अधिक संक्रमित मरीज पाये गये थे. इन तमाम बातोें के मद्देनजर प्रशासन ने हॉटस्पॉट बन चुके अमरावती व अचलपुर में लॉकडाउन लागू कर दिया था. पश्चात हालात नियंत्रण में आता देख लॉकडाउन में अंशत: ढील दी गई. लॉकडाउन में छूट मिलते ही एक बार फिर शहर सहित जिले में हर ओर अच्छीखासी भीडभाड का माहौल है और कई लोगबाग सडकों व बाजारों में बिना मास्क लगाये ही घूम रहे है. साथ ही सोशल डिस्टंसिंग के नियमों का भी कई स्थानों पर उल्लंघन हो रहा है. हालांकि प्रशासन द्वारा त्रिसूत्री के नियमों का कडाई के साथ पालन करवाने हेतु हर संभव प्रयास किया जा रहा है. ऐसे में यह बेहद आवश्यक है कि, सभी लोगोें को अब भी काफी सचेत रहना जरूरी है, क्योेंकि इस समय भी रोजाना औसतन 400 मरीज पाये जा रहे है. ऐसे में यदि भीडभाड की स्थिति को टाला नहीं गया और प्रतिबंधात्मक नियमों का कडाई से पालन नहीं हुआ, तो स्थिति एक बार फिर भयावह हो सकती है. अत: छूट रहने के बावजूद जहां तक संभव हो, लॉकडाउन के प्रतिबंधात्मक नियमोें को ऐहतियात के तौर पर अमल में लाया जाना चाहिए.

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