मरीजों को रक्त देने करनी पड रही कसरत
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इर्विन ओैर पीडीएमसी के ब्लड बैंक में रक्त की कमी
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कोरोना के संक्रमण और बढती धूप से कैम्प घटे
अमरावती/प्रतिनिधि दि. 7 – कोरोना के बढते संक्रमण और इन दिनों तपती धूप के कारण रक्तदान करने वालों की संख्या कम हुई है. किंतु नियमित रुग्ण और शल्यक्रिया के लिए रक्त की जरुरत कायम है. परिणाम स्वरुप अमरावती शहर के प्रमुख दो ब्लड बैंक डॉ.पंजाबराव देशमुख वैद्यकीय अस्पताल और इर्विन अस्पताल में रक्त का साठा तो है, लेकिन वह सीमित रहने से जरुरतमंद मरीजों को जरुरी ग्रुप का रक्त उपलब्ध करवाने अस्पताल प्रशासन को काफी माथा पच्छी करनी पड रही है. इस कारण दोनों ब्लड बैंक की ओर से जरुरतमंदों के रिश्तेदारों को ब्लड देते समय कम से कम एक ब्लड डोनर साथ में लाने की अपील की जा रही है.
एक समय था अमरावती शहर का नाम रक्तदान में अव्वल रहता था. आज भी शहर के विविध सामाजिक संगठन संकट की घडी में रक्तदान शिविर का आयोजन कर इस सामाजिक कार्य में हाथ बटाते है. वैसा हर वर्ष ही तेज गर्मी के दिनों में रक्तदान शिविर काफी कम प्रमाण में होते है. फिलहाल अमरावती का तापमान 40 डिग्री के पार हो चुका है. उसी में कोरोना संक्रमण के चलते रक्तदान की संख्या घट चुकी है. कैम्प में भी काफी कम प्रमाण में रक्त संकलित होते है. इर्विन अस्पताल की ब्लड बैंक के डॉ. आशिष वाघमारे ने बताया कि इर्विन अस्पताल में फिलहाल 50 ब्लड की बोतले आरक्षित है. वहीं इर्विन अस्पताल को हर रोज इर्विन, डफरीन, सुपर स्पेशालिटी के साथ ही जिले के ग्रामीण क्षेत्र के उपजिला अस्पताल व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को भी ब्लड सप्लाई करना पडता है. इस कारण इर्विन अस्पताल में भी रक्त की कमी के चलते जरुरतमंदों को रक्त उपलब्ध करवाने अस्पताल प्रशासन को रोज काफी कसरत करनी पडती है. वहीं अमरावती रक्तदान समिति के अध्यक्ष महेंद्र भुतडा ने बताया कि पंजाबराव देशमुख ब्लड बैंक में 70 से 80 रक्त के बोतले फिलहाल है. उसी में थैलिसीमिया के मरीजों को नियमित रुप से रक्त उपलब्ध करना पडता है. इस कारण पीडीएमसी के ब्लड बैंक में रक्त का स्टॉक भी सीमित ही है, लेकिन मरीजों को रक्त उपलब्ध करवाने के लिए नियमित ब्लड डोनर की मदत ली जाती है.
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मार्च महिने में केवल तीन शिविर हुए
इर्विन अस्पताल की ब्लड बैंक के प्रमुख डॉ.आशिष वाघमारे ने बताया कि ग्रीष्मकाल में भी हर महिने लगभग 15 से 20 ब्लड कैम्प होते थे, लेकिन इस वर्ष मार्च महिने में केवल 3 ब्लड कैम्प हुए है और उसमें भी काफी कम प्रमाण में रक्त संकलित हुआ है. इस कारण अब जरुरत पडने पर नियमित रक्तदान करने वाले रक्तदाताओं को फोन कर आवश्यक ग्रुप का रक्त संकलित कर जरुरतमंदों को उपलब्ध करवाया जाता है.