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मरीजों को समाजकल्याण कार्यालय में लिटाया

  • शिवसेना का अनोखा ठिय्या आंदोलन

  • मजदूरों को निजी कंपनी व्दारा ईएसआईसी व पीएफ के रुपए न देने का विरोध

  • प्रादेशिक उपायुक्त कक्ष नदारत, पुलिस कर रही समझाने का प्रयास

अमरावती प्रतिनिधि/दि.२३ – पुणे की ब्रिक्स इंडिया कंपनी (BRICS India Company) ने अधिकारियों से मिलीभगत कर करोडों रुपए हजम कर लिये और मजदूरों को ईएसआईसी (ESIC) व पीएफ (PF) के रुपए नहीं लौटाए, जिससे उनकी हालत खराब है. बीमारी में खर्च करने के लिए रुपए नहीं, ऐसे पीडित बीमार मजदूरों को स्ट्रेचर पर लिटाकर शिवसैनिकों ने समाज कल्याण विभाग के प्रादेशिक उपायुक्त के कक्ष में लाया. मगर उपायुक्त विजय सालवे कक्ष में न होने के कारण मरीजों के साथ वहीं ठिय्या आंदोलन शुरु किया.
यह देखकर फे्रजरपुरा पुलिस की टीम ने शिवसैनिकों को समझाने का प्रयास किया. मगर शाम तक आंदोलन इसी तरह जारी रहा. शिवसैनिकों के अनुसार पुणे, शिवाजी नगर स्थित ब्र्निस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को नियमानुसार मजदूरों के ईएसआईसी व पीएफ के १० दिन में रुपए भरना जरुरी थी, इसके अलावा अधिकारी किसी भी कंपनी के किसी भी तरह के चेक जारी नहीं कर सकते. मगर किसी भी तरह के ईएसआईसी व पीएफ के रुपए न भरते हुए समाजकल्याण के अधिकारियों ने ३० करोड रुपए के चेक जारी किये. १९ माह बीत जाने के बाद भी उनके वेतन से रकम काटकर ईएसआईसी व पीएफ के रुपए नहीं भरे. इसके कारण मजदूरों के १९ माह में खर्च हुए रुपए व अप्रैल से ईएसआईसी व पीएफ के रुपए भरने की मांग के लिए व कंपनी के कर्मचारियों के जीवन के साथ खिलवाड किया जा रहा है.
इस वजह से उस कंपनी को तत्काल बैक सूची में डालकर अमरावती जिले के काम बंद करने के आदेश दिये जाए. ऐसी मांग पिछले कई दिनों से की जा रही है. रुपए न मिलने के कारण रेखा गुणवंत्त इंगोले, नंदा अशोक असवार, चित्रा महादेव वानखडे, रेखा मनोहर बागडे, समाधान सुधाकर पाटिल, चंद्रशेखर इंगोले, प्रिति अनंत कडू, अर्चना बालकृष्ण मुगदल आदि को उनके रुपए दिए जाए, फिलहाल उनमें से कुछ मजदूर बीमार है. उनके पास इलाज के लिए रुपए की व्यवस्था नहीं है, इसके बाद भी समाज कल्याण अधिकारियों का दिल नहीं पसीजा. मजदूरों को रुपए दिलाने के लिए शिवसैनिकों ने आज बीमार मजदूरों को स्ट्रेचर पर लिटाकर समाज कल्याण कार्यालय के प्रादेशिक उपायुक्त विजय सालवे के कक्ष में लाया. मगर उपायुक्त भी हमेशा की तरह नदारत थे तब शिवसैनिकों ने उसी कक्ष में मरीजों के साथ ठिय्या आंदोलन किया. इस समय शिवसेना के महानगर प्रमुख पराग गुडधे, युवा सेना शहर प्रमुख वैभव मोहोकार, उपमहानगर प्रमुख बाला सावरकर, उपशहर प्रमुख विजय ठाकरे, प्रित कडू, अर्चना मुदल, रेखा बागडे, रेखा इंगोले, मंदा आसवार, चित्रा वानखडे, युवा सेना के महासचिव मयुर गव्हाणे, आदित्य ठकारे, प्रतिक कलस्कर, अंकुश कोडेकर आदि उपस्थित थे.

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