पवार ने भी किया विपक्ष के बहिष्कार का समर्थन
संसद भवन की नई इमारत के उद्घाटन में नहीं जाएंगे
मुंबई /दि.27- संसद की नई इमारत बनाते समय पीएम मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने हमे विश्वास में नहीं लिया था. बल्कि हमे इसकी जानकारी मीडिया में प्रसारित खबरों के जरिए मिली थी. इसी तरह संसद भवन की नई इमारत का उद्घाटन तय करते समय भी सरकार ने किसी के साथ कोई चर्चा नहीं की. ऐसे में यदि किसी को भरोसे में लिए बिना ही सरकार को मनमाने जरिए के कार्यक्रम आयोजित करना है, तो विपक्षीदलों ने ऐसे कार्यक्रमों में वाकई नहीं जाना चाहिए. इस आशय का प्रतिपादन करते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया शरद पवार ने संसद भवन की नई वास्तु के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने के संदर्भ में विपक्ष द्बारा अपनाई गई भूमिका का समर्थन किया.
यहां पर मीडिया के साथ बातचीत में राकांपा सुप्रीमो शरद पवार ने कहा कि, वे खुद विगत कई वर्षों से संसद सदस्य है और संसद में बैठकर काम करते है. ऐसे में संसद की नई वास्तु बनाने के संदर्भ में सरकार ने सभी संसद सदस्यों के साथ चर्चा करनी चाहिए थी. लेकिन सरकार ने वास्तू का निर्माण शुरु करते समय और अब उस वास्तू का उद्घाटन समारोह तय करते समय भी ऐसा करने की जरुरत महसूस नहीं की गई. ऐसे में विपक्षी सांसदों व नेताओं को भी इस समारोह में जाने की कोई जरुरत नहीं है.