डॉ. मालसुरे तथा अन्य पांच स्वास्थ्य कर्मियों का हो पीसीआर
शिवसेना के जिला प्रमुख राजेश वानखडे ने की जिलाधीश से मांग
अमरावती/प्रतिनिधि दि.13 – इस समय जहां एक ओर समूचे राज्य में रेमडेसिविर इंजेक्शन की बडे पैमाने पर किल्लत चल रही है, वहीं दूसरी ओर अमरावती में सरकारी अस्पताल के वैद्यकीय अधिकारी व कर्मचारियों द्वारा रेमडेसिविर इंजेक्शन की बडे पैमाने पर कालाबाजारी की जा रही है. इस मामले को अमरावती शहर की अपराध शाखा द्वारा उजागर तो किया गया, किंतु अब पुलिस द्वारा आरोपियों को एक तरह से बचाने का प्रयास किया जा रहा है. यहीं वजह है कि, पुलिस ने इन आरोपियों के लिए अदालत से पीसीआर की मांग नहीं की. इस आशय का आरोप लगाते हुए शिवसेना के जिला प्रमुख राजेश वानखडे ने जिलाधीश शैलेश नवाल को सौंपे ज्ञापन में मांग की है कि, इस मामले में लिप्त सभी आरोपियों का पीसीआर लिया जाये.
शिवसेना के जिला प्रमुख राजेश वानखडे के मुताबिक जब तक इन आरोपियों से पुलिस कस्टडी रिमांड के तहत कडाई के साथ पूछताछ नहीं की जायेगी, तब तक इस पूरे रैकेट का खुलासा नहीं हो पायेगा. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, रेमडेसिविर इंजेक्शन से संबंधित पूरी जिम्मेदारी जिलाधीश कार्यालय की होती है. अत: जिलाधीश कार्यालय द्वारा इस मामले में आवश्यक हस्तक्षेप किया जाना चाहिए.