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दूसरा डोज लगवाने में रूचि नहीं दिखा रहे लोग

अब तक केवल 35 फीसद ने ही लगवाये है दोनों डोज

  • 63 फीसद को लग चुका है पहला टीका

  • कोविड का खतरा घटते ही वैक्सीनेशन से मोडा जा रहा मुंह

  • शत-प्रतिशत टीकाकरण के लिए प्रशासन लगा रहा एडीचोटी का जोर

अमरावती/दि.25 – जारी वर्ष में 16 जनवरी से कोविड टीकाकरण अभियान शुरू किया गया है. जिसके तहत पहले दो-तीन चरणों में केवल स्वास्थ्य कर्मियों व सरकारी कर्मचारियों सहित 60 वर्ष से अधिक आयुवाले बुजुर्गों व गंभीर बीमारियों से पीडित 45 वर्ष से अधिक आयुवाले लोगों को ही टीका लगाया जा रहा था. पश्चात 18 वर्ष से अधिक आयुवाले सभी लोगोें को टीका लगाये जाने की शुरूआत की गई. चूंकि उस समय कोविड संक्रमण की दूसरी लहर का कहर जारी था. ऐसे में हर कोई कोविड प्रतिबंधात्मक वैक्सीन का टीका लगवाकर खुद को सुरक्षित करना चाह रहा था. जिसके तहत टीकाकरण केंद्रोें पर लोगों की लंबी-लंबी कतारें लगा करती थी और बडे पैमाने पर लोगों ने कोविड प्रतिबंधात्मक टीके का पहला डोज लगवाया था. किंतु जैसे-जैसे कोविड की महामारी का असर कम हुआ, वैसे-वैसे लोगबाग टीकाकरण को लेकर उदासीन हो गये. साथ ही पहला डोज लगवा चुके लोगों में से कई लोगोें ने अब तक दूसरा डोज नहीं लगवाया. साथ ही अब टीकाकरण केंद्रोें पर पहला डोज लगवाने के लिए भी लोगों की कोई खास भीडभाड नहीं दिखाई दे रही, जबकि शत-प्रतिशत टीकाकरण के उद्देश्य को हासिल करने हेतु प्रशासन द्वारा एडीचोटी का जोर लगाया जा रहा है.
शहरी स्वास्थ्य मुताबिक अब तक अमरावती शहर में 3 लाख 33 हजार 201 लोगों ने कोविड प्रतिबंधात्मक वैक्सीन का पहला डोज लगवा लिया है. जिसमें से 2 लाख 59 हजार 48 लोग दूसरा डोज भी लगवा चुके है. वहीं कई लोग पहला डोज लगवाने के बाद दूसरा डोज लगवाने से कतरा रहे है. यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, 30 नवंबर से पहले शत-प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य को पूरा करने हेतु रोजाना 11 हजार डोज लगाने का लक्ष्य महानगरपालिका को दिया गया है. जिसके लिए मनपा द्वारा नियमित टीकाकरण केंद्रोें के साथ-साथ अलग-अलग स्थानों पर विशेष शिबिर लगाते हुए टीकाकरण किया जा रहा है. लेकिन इसके बावजूद शहर में रोजाना औसतन 6 से साढे 6 हजार टीके ही लगाये जा रहे है, जो तय लक्ष्य की तुलना में 50 फीसद है. नागरिकों की अनास्था व उदासिनता के चलते यह स्थिति देखी जा रही है, जो अपने आप में बेहद चिंताजनक है. मनपा सूत्रों के मुताबिक इस समय तक शहर में केवल 35 फीसद नागरिक ही कोविड प्रतिबंधात्मक वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके है. वहीं अब भी 65 फीसद आबादी को वैक्सीनेट किया जाना बाकी है.

45 स्थानों पर चला टीकाकरण

– 22,500 डोज कराये गये उपलब्ध, हर घर दी जा रही दस्तक
किसी समय नागरिकों द्वारा टीकाकरण को उत्स्फूर्त प्रतिसाद दिया जा रहा था. जिसकी वजह से नियमित आपूर्ति के बावजूद वैक्सीन की कई बार किल्लत भी हो जाया करती थी. वहीं अब वैक्सीन का स्टॉक भरपूर मात्रा में उपलब्ध है. किंतु टीकाकरण केंद्रों पर नागरिकों की उपस्थिति काफी हद तक कम है. ऐसे में टीकाकरण के शत-प्रतिशत लक्ष्य को पूरा करने के लिए मनपा द्वारा हर घर दस्तक अभियान शुरू किया गया है और आज 45 स्थानों पर टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध करायी गई तथा हर केंद्र पर 500-500 डोज के हिसाब से कुल 22 हजार 500 टीके मुहैय्या कराये गये.

संभाग में भी दूसरे टीके को लेकर उदासिनता

अमरावती जिले की तरह संभाग के पांचों जिलों में जहां पहले डोज को लेकर जबर्दस्त स्फूर्ति दिखाई दी, वहीं दूसरे डोज को लेकर काफी हद तक सुस्ती दिखाई दे रही है. संभाग के पांचों जिलों में 23 नवंबर तक 64.44 फीसद लोगों को कोविड प्रतिबंधात्मक वैक्सीन का पहला डोज लगाया जा चुका था. वहीं दूसरा डोज लेनेवालों की संख्या 50 फीसद तक भी नहीं पहुंच पायी है. जबकि इस समय पहले व दूसरे डोज के लिए वैक्सीन की कोई कमी नहीं है तथा कोविशिल्ड व को-वैक्सीन के वॉयल पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. इसके बावजूद लोगबाग वैक्सीनेशन को लेकर काफी हद तक उदासीन है. यह लापरवाही काफी हद तक खतरनाक व चिंताजनक है, क्योेंकि यदि कोविड संक्रमण की तीसरी लहर आती है, तो उससे बचे रहने के लिए वैक्सीनेट रहना काफी कारगर उपाय साबित हो सकता है.

संभाग में टीकाकरण की स्थिति

जिला           पहला डोज   प्रतिशत     दूसरा डोज    प्रतिशत
अमरावती     14,91,792    65.96           6,75,891      29.88
अकोला          9,26,071     64.62          4,20,764       29.36
बुलडाणा       14,49,378     68.86          6,62,849       31.49
वाशिम           6,85,695     69.81          3,98,025       40.52
यवतमाल     14,20,122     64.29          6,21,652       28.14
कुल            59,73,058    66.44       27,79,109    30.91

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