रात 11 बजे तक रेस्टॉरेंट शुरु रखने की मिले अनुमति
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अमरावती रेस्टॉरेंट व लॉजिंग एसो की मांग
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जिलाधिकारी को दिया गया निवेदन
अमरावती/प्रतिनिधि दि. 30 – कोरोना की स्थिति अब नियंत्रण में आ रही है. ऐसे में राज्य सरकार ने व्यवसाय का समय रात 8 बजे तक बढाने की घोषणा की है, लेकिन यह घोषणा होटल व्यवसायिकों के समयावधि के अनुसार नहीं है. अमरावती रेस्टॉरेंट एन्ड लॉजिंग एसोसिएशन ने रात 11 बजे तक रेस्टॉरेंट शुरु रखने की अनुमति देने के अलावा अन्य मांगों को लेकर जिलाधिकारी पवनीत कौर को निवेदन दिया.
निवेदन में बताया गया है कि मार्च 2020 से जुलाई 2021 तक तकरीबन डेढ वर्षों का अवधि होटल व लॉजिंग इंडस्ट्रीज के लिए काफी बुरा साबित हुआ है. कोरोना महामारी के चलते सरकार की ओर से लागू किये गए प्रत्येक लॉकडाउन व लगाए गए प्रतिबंधों का पालन करते हुए प्रशासन को सहयोग किया गया, लेकिन अब जब कोरोना के मरीज कम होते जा रहे है. तो इस समय होटल व्यवसायियों के मुख्य समय को छोडकर आज तक ग्राहक जिस समय पर होटल में नहीं पहुंचते है, वह समय निर्धारित कर दिया गया है. वहीं केवल पार्सल की सुविधा पर ही व्यवसाय चलाने के निर्देश दिये गए है. यह 8 से 10 फीसदी ही व्यवसाय का हिस्सा है. जिससे होटल व्यवसाय पूरी तरह से डूबने की कगार पर आ गया है. लगभग 30 से 40 फीसदी छोटे बडे रेस्टॉरेंट एन्ड लॉजिंग बंद पड गए हेै. जबकि कुछ बंद होने की कतार पर है.इसलिए होटल व्यवसायियों को राहत दिलाने के लिए आवश्यक उपाय योजनाएं करने की मांग की गई है. जिसके तहत रात 11 बजे तक रेस्टॉरेंट में भोजन की अनुमति दी जाए, सप्ताह के मुख्य दिन, रविवार को भी रेस्टॉरेंट चालू रखने की अनुमति दी जाए, निकट भविष्य में जब कभी भी लॉकडाउन लगेेगा, उस समय व्यवसाय के लिए अन्य व्यावसायियों की तरह ही हमें ग्राहकी करने के लिए उचित समय मिले. केवल ऑनलाइन पार्सल, होम डिलेवरी की शर्त ना रखते हुए टेक अवे की अनुमति दी जाए, इसकी वजह यह है कि होम डिलेवरी और ऑनलाइन डिलेवरी व्यवसाय का मुख्य हिस्सा नहीं है. इसके लिए 30 से 35 फीसदी कमिशन व चार्जेस झेलने पडते है. केंद्र व राज्य सरकार के निर्देशों के अनुसार होटल व्यवसाय को एमएसएमई में शामिल कर जीएसटी, संपत्ति टैक्स, बिजली दरों में छूट दी जाए और कंपनसेशन टैक्सेस व ईएमआई, बैंकिंग सहुलियत भी दी जाए आदि मांगे की गई. निवेदन सौंपते समय सारंग राउत, मनोज जैसवाल, रविंदसिंग सलुजा, अक्षय ढोके, अखिलेश राठी, अबीद हबीब हुसैन, समीर देशमुख, शक्तिसिंग राठोड, चिराग दोशी, अखिल चांडक, उदय बूब, सरबजीत सलुजा, समीर कुबडे, दिनेश खत्री, प्रतीक सोलंके, प्रवीण खंडेलवाल, जीतेन लाटिया, दिलीप बागडे, प्रकाल्प चांडक, हर्ष केशरवानी, रोहीत शर्मा, सचिन जयस्वाल, प्रतिक साहू, पियुष राठी, अमित कुकरेजा, रोहन गनेडीवाल, अमीत तरडेजा, शेख जाकीर शेख नसीर, श्रीजित पाटील, गौरव खत्री, रुपेश डाफे, विजेंद्र पाटील, सौरभ पनपालिया, मोहम्मद रिजवान मन्सुरी, इमरार अहेमद, शशांक चांडक, राजेंद्र नेभनानी, कुलदीप भांमपुरकर, अमित सावरकर, गौरंग काले, एहेतशाम अहेमद, फिरोज खान खातिब, श्रीकांत साहू, पप्पू काले, शैलेश पवार, आशिष खत्री, सुमित शर्मा, अमोल बनारसे, आनंद भेले, मिजान अहेमद, नितीन शेंद्रे, राजकुमार चुटलानी, सुबोध अंबाडेकर, मनीष खंडेलवाल, नितीन माहोरे, गिरीश राजगुरे, सुनील महाल्ले आदि मौजूद थे.