अमरावतीमुख्य समाचार

कोरोनाग्रस्त बालकों के लिए संभाग में 889 बेड का नियोजन

  •  अमरावती जिले में 165 बेड आरक्षित

  •  सर्वाधिक 225 बेड वाशिम जिलेे में

अमरावती/प्रतिनिधि दि.28 – फिलहाल कोरोना की दूसरी लहर का कहर शुरु रहते समय ही तीसरी लहर की संभावना भी व्यक्त की जा रही है. कोरोना की तीसरी लहर का सर्वाधिक धोखा छोटे बच्चों को रहेगा, ऐसा तज्ञों की राय है. उसके चलते राज्य स्तर पर कोरोनाग्रस्त बालकों के लिए टास्क फोर्स की नियुक्ति की गई है. उसके चलते राज्यभर में कोरोनाग्रस्त बालकों के लिए बेड का नियोजन किया जा रहा है. अमरावती समेत संभाग के पांचों जिलों में इसके चलते 889 बेड का नियोजन किया गया है. जिसमें अमरावती जिले के 110 सरकारी व 55 निजी अस्पताल मिलाकर कुल 165 बेड का नियोजन किया गया है. समूच संभाग में शासकीय अस्पताल के 599 और निजी अस्पतालों में 290 बेड आरक्षित रखे गए है. इसमें वेंटीलेटर समेत ऑक्सीजन बेड का भी समावेश है. संभाग में सर्वाधिक 225 बेड का नियोजन वाशिम जिले में किया गया है. वहीं समय रहते अकोला में और बेड बढाये जाने की आशंका है.

  • जिला निहाय बेड का नियोजन

जिला         सरकारी अस्पताल  निजी अस्पताल    कुल
अमरावती            110                   55                 165
अकोला                 70                   45                 115
बुलढाणा              100                   70                 170
वाशिम                105                 120                 225
यवतमाल            214                   00                 214

कोरोना की तीसरी लहर का संभावित धोखा ध्यान में रखकर संभाग के पांचों जिले में कोरोनाग्रस्त बालकों के लिए आवश्यक बेड का नियोजन किया गया है. इसमें शासकीय अस्पतालों के साथ ही निजी अस्पतालों का भी समावेश है. प्रशासन पूरी तरह से तैयार है, फिर भी पालकों ने बालकों की आवश्यक निगाह रखने की जरुरत है.
डॉ.राजकुमार चव्हाण,
स्वास्थ्य उपसंचालक, अकोला मंडल

Related Articles

Back to top button