पीएम मोदी हैं नोबेल शांति पुरस्कार के प्रबल दावेदार
नोबेल कमेटी के डिप्टी लीडर के इस बयान से तेज हुईं अटकलें
नई दिल्ली/दि.16 – रुस और युक्रेन के बीच चल रहे विवाद के चलते भारत द्बारा किए गए प्रयासों की नोबेल पुरस्कार समिति ने सराहना की है. नोबेल समिति के उपनेता आस्ले तोजे ने कहा कि, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह से रशिया के राष्ट्राध्यक्ष को युद्ध के बारे में समझाइश दी, वह अपने आप में बेहद सराहनीय है. पीएम मोदी ने किसी भी तरह की धमकी दिए बिना और दबाव डाले बिना परमाणु युद्ध के खतरे को लेकर आगाह किया. आज अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में हमे ऐसे ही नेता की जरुरत है. नोबेल समिति के उपनेता आस्ले तोजे द्बारा की गई इस तारीफ से अटकले लगाई जा रही है कि, संभवत: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार नोबेल शांति पुरस्कार के प्रबल दावेदार हो सकते है.
आस्ले तोजे ने कहा कि, आम तौर पर जब दुनिया के ज्यादातर देश इस मसले पर दो गुटों में बंट चुके हैं, भारत ने तटस्थता बनाए रखते हुए दोनों देशों से संपर्क बनाया हुआ है. भारत ने बार-बार वैश्विक मंचों पर युद्ध को रोकने और आपसी बातचीत से इस जटिल मुद्दे का समाधान खोजने की मांग की है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार इस बात को दोहरा रहे हैं कि युद्ध से किसी का भला नहीं होगा और यह समय आर्थिक प्रगति करने का है न कि युद्ध में शामिल होने का. आस्ले तोजे ने यह भी कहा कि, मैं लंबे समय से पीएम मोदी की गतिविधियों पर नजर रख रहा हूं. उन्हें बहुत गंभीरता से लिया जाता है और उनमें शांति स्थापित करने की क्षमता है. तोजो द्वारा तारीफ किए जाने के बाद पीएम मोदी को नोबेल शांति पुरस्कार मिलने की अटकलें तेज हो गई हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीएम मोदी इसके बड़े दावेदारों में से एक हो सकते हैं.