परतवाड़ा/अचलपुर दि. २३ -बेटे को रेलवे में नोकरी लगाकर देंगे ऐसा कहते हुए मृतक प्रकाश खडसे से दस लाख रुपये ऐंठने वाले तीनो आरोपियो को परतवाड़ा पुलिस ने पुना में गिरफ्तार किया है.
स्थानीय संतोषनगर निवासी ,पीडब्ल्यूडी अचलपुर में चतुर्थ श्रेणी कर्मी के रूप में सेवानिवृत्त और प्रहार कार्यकर्ता प्रकाश खडसे ने कुछ दिन पूर्व गौरखेड़ा कुंभी स्थित शिरस्कार के खेत मेफांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी.आत्महत्या से पूर्व लिखे पत्र में प्रकाश ने पूना के संजय एस. पीटर,एंथोनी यादव पवार और नीलिमा संजय पीटर को आत्महत्या के लिए प्रवृत्त करने का दोषी बताया था.मृत्यु पुत्व लिखे पत्र में प्रकाश ने कहा है कि नोकरी दिलवाने के नाम पर इन तीनो को उसने बैंक के माध्यम से नगद दस्य लाख का भुगतान किया था.बाद में इन तीनो ने न तो नोकरी दिलवाई और न ही रकम वापिस कर रहे थे.बारबार विनंती,प्रार्थना करने के बाद भी तीनो ने उसके दस लाख रुपये वापिस नही किये.इस कारण वो मानसिक रूप से अत्यंत प्रताड़ित हो रहा था.
मृतक प्रकाश खडसे के भाई राजू खडसे ने इस बारे में थाने में शिकायत दर्ज कराई.इसके आधार पर पुलिस ने भादवी306 ,34 का मामला दर्ज कर उक्त तीनों को नामजद किया.
प्रकाश उर्फ बालासाहेब खडसे की आत्महत्या को जवाबदार तीनो आरोपियो की तलाश में परतवाड़ा पुलिस का एक दल थानेदार सदानंद मानकर के मार्गदर्शन में पूना रवाना हुआ था.पुलिस उपनिरीक्षक हरिहर गोरे, सुनील भालेराव और मनोज पंडित के साथ महिला पुलिस कर्मी की टीम कल 22 गुरुवार को पुना पहुंची.पुलिस टीम ने आरोपियो का लोकेशन ट्रेस कर,योग्य घेराबंदी करते हुए तीनो को गिरफ्तार किया.तीनो को लेकर पुलिस टीम परतवाड़ा के लिए वापिस निकली है.आरोपियो को स्थानीय अचलपुर अदालत के सामने खड़ा कर उनके पुलिस कस्टडी की मांग करने की जानकारी पुलिस सूत्रों ने दी है.
आर्थिक रूप से तंगहाल और कर्जबाजारी होने के चलते आत्महत्या करने की बात प्रकाश ने अपनी मृत्यु पूर्व चिट्ठी में लिखी है.इसी पत्र में उसने पूना के उक्त तीनों आरोपियों द्वारा की गई जालसाजी और दस लाख रुपये वापिस नही करने का जिक्र करते हुए तीनो को आत्महत्या के लिए दोषी बताया है.इसी आधार पर पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार किया.संभवतः कल शनिवार को तीनों को अदालत में प्रस्तुत किया जायेगा.कोरोना संक्रमण के चलते फिलहाल अदालत का समय सिर्फ दोपहर 2 बजे तक ही सीमित कर दिया गया.इस कारण आज यदि पुलिस दल आरोपियो को लेकर पहुंचता भी है तो उन्हें अदालत का समय मिलने की कोई संभावना नहीं है.