पुलिस आयुक्तालय के जवान कोरोना मुक्ति की ओर
‘लॉकडाउन’ में इस बार जनता के साथ खूद को ‘सेफ’ रख पाये पुलिस
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फिलहाल केवल 3 पुलिस कर्मी कोरोना पॉजिटीव
अमरावती/प्रतिनिधि दि.9 – इस वर्ष फरवरी महिने की शुरुआत से अमरावती शहर और जिले के कुछ हिस्सों में कोरोना महामारी ने फिर कहर बरपना शुरु किया है. रास्ते पर, दुकानों में उमडती लोगों की भीड, विवाह समारोह में सोशल डिस्टेसिंग की उडती धज्जियों के चलते जिला प्रशासन को 20 फरवरी 2021 से अमरावती महानगर क्षेत्र में फिर एक बार लॉकडाउन लगाना पडा और शहर में बेफिक्र होकर घुमने वाले लोगों पर अंकुश लगाने की जिम्मेदारी पुलिस के जवानों पर आन पडी, लेकिन इस बार पुलिस ने जनता की सुरक्षा करने के साथ ही स्वयं की सुरक्षा को लेकर भी काफी सतर्कता बरती, यही वजह है कि जहां जिले में कोरोना संक्रमितों का आंकडा 800 के पार हो गया था. वहीं अमरावती शहर पुलिस आयुक्तालय मात्र कोरोना मुक्ति की ओर अग्रसर होते हुए दिखाई दिया. वर्तमान में अमरावती शहर पुलिस आयुक्तालय में केवल एक प्रतिशत कोरोना मरीज है. यानी फिलहाल केवल 3 पुलिस कर्मचारियों को गृह विलगीकरण में रहने की सलाह दी गई है.
विशेष यह कि जब अमरावती शहर और जिले में कोरोना बेकाबु होते जा रहा था, उस समय पुलिस आयुक्त डॉ.आरती सिंह स्वयं कर्मचारियों के साथ बंदोबस्त में उतरकर नाकाबंदी और फिक्स पाँईट पर जाकर पुलिस कर्मचारियों को मार्गदर्शन करती थी. यही वजह है कि पुलिस कर्मचारी भी उनके मार्गदर्शन का लाभ उठाकर खूद को ‘सेफ’ रखकर लॉकडाउन में ड्युटी निभाते दिखाई दिये. अमरावती शहर पुलिस आयुक्तालय में 1 हजार 937 अधिकारी, कर्मचारी कार्यरत है और शहर में जब दुबारा लॉकडाउन लगाया गया तब यही अधिकारी, कर्मचारी सबसे आगे रहकर शहर में बेवजह घुमने वाले लोगों पर अंकुश लगाने में जुट गई थी. लॉकडाउन में इन पुलिस कर्मियों ने अहंम भूमिका निभाई.उसी के चलते पिछले 4 दिनों से कोरोना संक्रमितों का आंकडा काफी घट चुका है.
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष मार्च महिने मेें जब समूचे देश में कोरोना महामारी ने सिर उठा लिया तब प्रधानमंत्री के आदेश पर लॉकडाउन घोषित किया गया था. उस समय अमरावती शहर पुलिस आयुक्तालय में कार्यरत पुलिस कर्मचारी बडी मात्रा में कोरोना पॉजिटीव मिले थे. आयुक्तालय पुलिस के अनुसार उस समय 204 पुलिस अधिकारी व कर्मी पॉजिटीव मिले थे. वहीं 3 पुलिस कर्मचारियों की कोरोना महामारी के चलते मौत हो गई थी. जिसमें सिटी कोतवाली पुलिस थाने में कार्यरत रेखा बावणे, नियंत्रण कक्ष के एएसआई विजय अग्रवाल और पुलिस मुख्यालय के हेडकाँस्टेबल गजानन थोरात का समावेश था.
लेकिन इस बार पुलिस आयुक्त के दिशा निर्देश पर बंदोबस्त में तैनात पुलिस कर्मचारियों ने जनता को सुरक्षित रखने के साथ ही स्वयं को भी सुरक्षित रखा, यही वजह है कि वर्तमान में फिलहाल केवल 12 पुलिस कर्मचारी गृह विलगीकरण में है.