ऑनलाईन हथियार खरीदी पर पुलिस की पैनी नजर
सीपी डॉ. सिंह ने ई-कॉमर्स कंपनियों के नाम भी नोटीस जारी की
अमरावती/प्रतिनिधि दि. १६ – इस समय अॅमेझॉन, फ्लिपकार्ट व शॉपक्लुज डॉट कॉम जैसी ऑनलाईन शॉपिंग कंपनियों द्वारा जीवनोपयोगी वस्तुओें का व्यापार करने के साथ-साथ चाकू, तलवार व गुप्ती जैसे धारदार हथियारों की भी होम डिलीवरी दी जा रही है. इन हथियारों का प्रयोग अपराधिक वारदातों में भी किया जा सकता है. यह बात ध्यान में आते ही शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह ने लॉनलाईन शॉपिंग पोर्टल्स के जरिये होनेवाले हथियारों के व्यवसायों को प्रतिबंधित करने हेतु एक आदेश जारी किया है. साथ ही कई ई-कॉमर्स कंपनियों के नाम नोटीस जारी की है.
इस आदेश में कहा गया है कि, 9 इंच लंबाई व 2 इंच चौडाईवाले धारदार हथियार को रखना इंडियन आर्म्स एक्ट की धारा 4/25 के तहत दखलपात्र अपराध है और ऐसे हथियारों की बिक्री अमरावती शहर में पूरी तरह से प्रतिबंधित की गई है. लेकिन बावजूद इसके कुछ लोग नौ इंच से कम लंबाई और दो इंच से कम चौडाईवाले धारदार हथियारों की ऑनलाईन खरीदी करते है. ऐसे में इस तरह के हथियारों की खरीदी करनेवाले ग्राहकों की विस्तृत जानकारी ऑनलाईन कंपनियों द्वारा शहर पुलिस को दी जाये. ऐसा भी इस आदेश में कहा गया है. साथ ही ऑनलाईन शॉपिंग कंपनियों के नाम जारी नोटीस में कहा गया है कि, यदि कोई व्यक्ति उनसे हथियार खरीदता है, तो उस व्यक्ति का पूरा नाम व पता, मोबाईल क्रमांक, ई-मेल आयडी, खरीदे गये हथियार का प्रकार व फोटो खरीदी करनेवाले व्यक्ति का डिलीवरी अॅड्रेस तुरंत ही अमरावती शहर पुलिस के ई-मेल आयडी पर उपलब्ध कराया जाये. यह आदेश अब से अगले 60 दिनोें तक जारी रहेगा.
धडल्ले से मंगाये जाते है हथियार
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, ऑनलाईन शॉपिंग कंपनियों पर चायना चाकू व रामपुरी चाकू सहित गुप्ती जैसे हथियार महज एक क्लिक पर बिक्री हेतु उपलब्ध है, जिन्हें लोग बडी आसानी के साथ ऑर्डर करते हुए खरीद सकते है. पश्चात ऑनलाईन तरीके से घर पहुंच उपलब्ध होनेवाले इन हथियारों का अपराधिक वारदातोें में भी धडल्ले से प्रयोग होता है. इस संदर्भ में दैनिक अमरावती मंडल ने इससे पहले भी अनेकों बार समाचार प्रकाशित करते हुए अपनी चिंता जाहीर की थी. वहीं विगत एक वर्ष के दौरान अमरावती शहर में चाकूबाजी की घटनाएं बढने के साथ ही धारदार हथियारों का धाक दिखाकर राहजनी व लूटपाट करने की घटनाओें में भी जमकर इजाफा हुआ है. ऐसे में हमारे द्वारा व्यक्त की गई आशंका काफी हद तक सही साबित हुई है. ऐसे में शहर पुलिस आयुक्तालय द्वारा उठाया गया कदम काफी हद तक सराहनीय कहा जा सकता है.