अमरावतीमुख्य समाचार

अचलपुर फसलमंडी के पदभरती की होगी पुलिस जांच

जिला उपनिबंधक ने जारी किया पत्र

परतवाडा प्रतिनिधि/दि.19 – अचलपुर कृषि उत्पन्न बाजार समिती में हुई पदभरती की जांच करते हुए अचलपुर पुलिस ने जिला पुलिस अधिक्षक के पास अपनी रिपोर्ट पेश की है. जिसके आधार पर जिला उपनिबंधक ने बाजार समिती को पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराने का आदेश जारी किया है.
बता दें कि अचलपुर के पुलिस निरीक्षक सेवानंद वानखडे द्वारा पेश की गई जांच रिपोर्ट के बाद जिला पुलिस अधीक्षक ने जिला उपनिबंधक को विगत 12 अगस्त को पत्र जारी किया था. जिसमें रिपोर्ट के अनुसार कानूनी कार्रवाई किये जाने के निर्देश दिये गये है. इस पत्र की एक प्रतिलिपी जिलाधीश को भी पेश की गई है. जिसके आधार पर जिला उपनिबंधक ने 12 अगस्त को बाजार समिती को पत्र जारी करते हुए दोषियों के खिलाफ पुलिस थाने में फौजदारी कार्रवाई करने की शिकायत दर्ज कराने का निर्देश जारी किया. साथ ही पुलिस थाने की शिकायत के आधार पर अनुपालन रिपोर्ट की मांग भी जिला उपनिबंधक ने 7 दिसंबर को जारी पत्र में बाजार समिती से की थी. जिला उपनिबंधक के इस पत्र के आधार पर बाजार समिती के सचिव 17 दिसंबर को अपनी शिकायत दर्ज कराने हेतु परतवाडा पुलिस थाने पहुंचे, लेकिन उन्हें शिकायत के साथ सभी आवश्यक दस्तावेज एवं जांच रिपोर्ट लेकर आने की सलाह दी गई. साथ ही परतवाडा पुलिस द्वारा यह संकेत भी दिया गया है कि, आवश्यक दस्तावेजों के साथ शिकायत प्राप्त होने के बाद उपविभागीय पुलिस अधिकारी के मार्गदर्शन में इस मामले की जांच होगी.
बता दें कि, अचलपुर बाजार समिती में वर्ष 2019 में सीधी पदभरती की गई थी. जिसके तहत संगणक लिपीक, वरिष्ठ लिपीक, निरीक्षक, सांख्यिकी लिपीक, कनिष्ठ लिपीक, वायरमैन, चपरासी व सुरक्षा रक्षक ऐसे कुल 17 पदों पर केएनके टेक्नॉलॉजी प्रा.लि. नामक बाहर एजेंसी के माध्यम से ऑनलाईन पद भरती की गई. इसमें ‘शिपाई’ पद पर एक महिला प्रत्याशी की नियुक्ती होते ही पूरी भरती प्रक्रिया चर्चा में आ गयी. जिसे लेकर प्रशासन के पास शिकायतें भी प्राप्त हुई और इन शिकायतों के आधार पर अचलपुर पुलिस ने जांच करते हुए जिला पुलिस अधीक्षक के पास अपनी रिपोर्ट पेश की. ऐसे में अब सभी लोगों का ध्यान इस मामले की ओर लगा हुआ है.

  • वेबसाईट बंद, फिर भी परीक्षा शुल्क भरा गया

इस भरती प्रक्रिया में 30 जुलाई 2019 को वेबसाईट बंद होनी चाहिए थी, क्योंकि आवेदन के साथ परीक्षा शुल्क भरने की अंतिम तिथी 30 जुलाई की थी. इस भरती प्रक्रिया के जरिये ‘शिपाई’ पद पर नियुक्त महिला उम्मीदवार ने अपना ऑनलाईन आवेदन 30 जुलाई 2019 को भरा था. लेकिन उसी दिन अपना परीक्षा शुल्क अदा नहीं किया था. बावजूद इसके उसका ऑनलाईन आवेदन स्वीकार किया गया और उसे भरती प्रक्रिया में शामिल करते हुए उसे नियुक्ती भी दी गई. जिसकी वजह से यह मामला चर्चा में आया.

  • मिलीभगत में कई लोगों का सहभाग

इस वेबसाईट पर संबंधित महिला द्वारा परीक्षा शुल्क 2 अगस्त 2019 को भरा गया. बावजूद इसके उसे इस भरती प्रक्रिया में शामिल किया गया. इस काम में केएनके टेक्नॉलॉजी के संचालक, प्रकल्प संचालक, सहायक सचिव तथा बाजार समिती में कार्यरत उस महिला आवेदक के पुरूष रिश्तेदार की मिलीभगत शामिल रही, ऐसा पुलिस जांच में उजागर हुआ. और यह बात पुलिस द्वारा पेश की गई रिपोर्ट में भी दर्ज है.

Related Articles

Back to top button