अमरावती/प्रतिनिधि दि.5 – स्थानीय शहर पुलिस आयुक्तालय के मुख्यालय में कार्यरत मनोहर अंबादास वानखडे (54) ने रात के दौरान अपने निवास एसआरपीएफ कैम्प स्थित शासकीय निवास के समीप के पेड को चार्जर के केबल से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
जानकारी के अनुसार मनोहर वानखडे 1987 में पुलिस विभाग में भर्ती हुए थे.दिसंबर 2020 तक वे एसआरपीएफ में थे. 2021 में उनकी नियुक्ति शहर पुलिस आयुक्तालय में हुई थी. 12 मई को वे ड्युटी पर ज्वाईंन हुए और 20 मई से फिर छुट्टी पर चले गए थे, लेकिन उनका रहना एसआरपीएफ क्वार्टर में ही था. रात के दौरान मनोहर वानखडे ने अपने क्वार्टर के समीप बबुल के पेड को फांस लगाकर आत्महत्या कर ली. खबर है कि 8 दिन पहले ही मनोहर वानखडे दुर्घटना में जख्मी हुए थे. उनके कंधे को मार लगा था. जिसपर वे आयुर्वेदिक लेप लगा रहे थे. फिर भी कंधे का दर्द शुरु ही था. जिससे त्रस्त होकर उन्होंने आत्महत्या की होगी, ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है. रात के समय मनोहर वानखडे ने फांसी लगा लेने की बात उनकी पत्नी सुनीता वानखडे को पता चली. उन्होंने तत्काल अपने रिश्तेदार गुरुकृपा कॉलोनी में रहने वाले अनिल भटकर को फोन पर जानकारी दी. अनिल भटकर ने फे्रजरपुरा पुलिस को सूचना दी. जानकारी के अनुसार मनोहर वानखडे के दोनों बेटे पुलिस में है. उनका बडा बेटा नागपुर एसआरपीएफ में कार्यरत बताया जाता है.