दीपावली के बाद होगी राजनितिक ‘आतिशबाजी’
मनपा, जिप व पंस चुनाव हो सकते है नवंबर में
अक्तूबर में प्रभाग रचना सहित ओबीसी आरक्षण का मसला हो सकता है हल
मुंबई-/दि.29 विधानसभा चुनाव की रंगीत तालीम माने जाते स्थानीय स्वायत्त संस्थाओ के चुनाव की धामधूम आगामी नवंबर माह के पहले सप्ताह में दिखाई दे सकती है और दीपावली के बाद मिनी विधानसभा चुनाव का नजारा दिखाई देने के साथ ही राजनीतिक आतिशबाजी का नजारा भी दिख सकता है. विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक महानगरपालिका व नगर पालिका क्षेत्रों की प्रभाग रचना के साथ ही ओबीसी आरक्षण का मसला अक्तूबर माह में ही हल हो जायेगा. जिसके बाद राज्य की 25 जिला परिषद, 284 पंचायत समिती, 220 नगर पालिका और 23 महानगरपालिका क्षेत्रों में एक साथ चुनाव कराये जाने की संभावना है. जिसके लिए राज्य सरकार द्वारा अभी से अपनी रणनीति पर काम किया जा रहा है.
बता दें कि, राज्य में स्थानीय स्वायत्त निकायों के चुनाव दिसंबर 2021 में ही होना अपेक्षित था. वहीं इससे पहले कार्यकाल खत्म कर चुकी स्थानीय स्वायत्त संस्थाओं के चुनाव को कोविड संक्रमण की वजह के चलते आगे धकेला गया था. इसके बाद ओबीसी आरक्षण के मुद्दे की वजह से सभी चुनाव आगे टल गये. परंतु अब राज्य में सरकार बदल जाने के चलते स्थानीय स्वायत्त निकायों के चुनाव करवाने हेतु राजनीतिक दांवपेच चलाये जा रहे है.
इसी दौरान महानगरपालिका व नगर पालिका के प्रभाग रचना को लेकर अदालत में चल रहे विवाद सहित अदालत के सामने विचाराधीन रहनेवाले ओबीसी आरक्षण का मसला अक्तूबर माह के पहले पखवाडे में हल होने का विश्वास राज्य सरकार को है. ऐसी जानकारी सूत्रों से पता चली है. जिसके चलते माना जा रहा है कि, नवंबर माह के पहले सप्ताह में मिनी विधानसभा माने जाते चुनावों की अच्छी-खासी धामधूम रहेगी.
यहां यह उल्लेखनीय है कि, राज्य में सत्ता परिवर्तन होने के साथ ही शिवसेना के दो गुट बन गये है तथा असली शिवसेना किसकी है और शिवसेना के चुनावी चिन्ह धनुष्यबाण पर किसका हक रहेगा, इसका फैसला भी 20 अक्तूबर से पहले निर्वाचन आयोग द्वारा सुनाया जा सकता है. जिसके बाद राज्य में चुनावी धामधूम शुरू हो जायेगी.