पोटे ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने किया सायन्सकोर व सांस्कृतिक भवन का मुआयना
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300 बेड का नि:शुल्क कोविड अस्पताल बनाना है प्रस्तावित
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जिला व मनपा प्रशासन से अनुमति मिलने का किया जा रहा इंतजार
अमरावती/प्रतिनिधि दि.28 – पूर्व जिला पालकमंत्री तथा विधान परिषद सदस्य प्रवीण पोटे पाटील द्वारा अमरावती जिले में कोविड संक्रमितों की लगातार बढती संख्या और अस्पतालों में अपर्याप्त साबित हो रही व्यवस्था को देखते हुए शहर में अपने खर्च से 300 बेड की क्षमतावाला नि:शुल्क कोविड अस्पताल शुरू करने का संकल्प लिया गया है. जिसके लिए प्रशासन से सायन्सकोर हाईस्कुल तथा संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन में जगह उपलब्ध कराने और कोविड अस्पताल शुरू करने की अनुमति देने का निवेदन किया गया. इसके साथ ही पोटे ट्रस्ट के पदाधिकारियों तथा ट्रस्ट के साथ मिलकर इस प्रस्तावित निजी कोविड अस्पताल में काम करने हेतु तैयार डॉक्टरों के दल ने बुधवार को सायन्सकोर स्कुल तथा संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक भवन परिसर का मुआयना किया. साथ ही यदि प्रशासन द्वारा दोनों में से किसी भी एक जगह पर कोविड अस्पताल शुरू करने की अनुमति दी जाती है, तो वहां पर क्या-क्या तैयारियां करनी पडेगी, इसका जायजा लेने के साथ ही आवश्यक विचार-विमर्श किया.
बता दें कि, गत रोज ही पूर्व जिला पालकमंत्री प्रवीण पोटे पाटील ने जिलाधीश शैलेश नवाल को ज्ञापन सौंपकर शहर में अपने खर्चे से 300 बेड की क्षमतावाला कोविड अस्पताल शुरू करने की तैयारी दर्शाई थी. शहर के ख्यातनाम चिकित्सक डॉ. प्रफुल्ल कडू व उनके सहयोगी चिकित्सकों की सहायता से शुरू किये जानेवाले इस कोविड अस्पताल में भरती होनेवाले हर एक मरीज के इलाज के साथ-साथ उनके भोजन व चाय-नाश्ते की जिम्मेदारी उठाने की भी बात पूर्व पालकमंत्री पोटे द्वारा कही गई थी. इसके साथ ही जिले में एक ऑक्सिजन प्लांट स्थापित करने हेतु आनेवाले खर्च की रकम का धनादेश देने, नि:शुल्क कोविड टेस्ट सेंटर तथा कोविड हेल्पलाईन शुरू करने को लेकर पूर्व पालकमंत्री पोटे ने तैयारी दर्शाई थी.
किंतु अब तक प्रशासन द्वारा इस प्रस्ताव पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है और इस बारे में तमाम आवश्यक विचार-विमर्श किये जा रहे है.
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जिला प्रशासन ने दिये अन्य स्थानों के पर्याय
जानकारी के मुताबिक जिला प्रशासन द्वारा पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे के इस प्रस्ताव का स्वागत किया गया है. साथ ही उन्हें सांस्कृतिक भवन या सायन्सकोर स्कूल की बजाय प्रशासन के पास अस्पताल शुरू करने हेतु उपलब्ध अन्य स्थानों का पर्याय दिया गया है. जिसके तहत फरसी स्टॉप के पास स्थित विदर्भ आयुर्वेद महाविद्यालय तथा मार्डी रोड स्थित गोडे कॉलेज सहित बडनेरा रोड स्थित ढोले कॉलेज का समावेश है. इस बारे में जानकारी हेतु संपर्क किये जाने पर जिलाधीश शैलेश नवाल ने दैनिक अमरावती मंडल को बताया कि, पूर्व पालकमंत्री प्रवीण पोटे एवं उनके ट्रस्ट की ओर से मिला प्रस्ताव बेहद सराहनीय है. तथा इससे मौजूदा स्वास्थ्य व्यवस्था पर रहनेवाला काम का बोझ कुछ हलका भी होगा. किंतु पोटे ट्रस्ट द्वारा जिन स्थानोें के लिए अनुमति मांगी गई है, वहां पर अस्पताल शुरू करने में काफी अधिक तैयारियां करनी होगी और कुछ तकनीकी दिक्कतों का भी सामना करना पड सकता है. ऐसे में प्रशासन ने अपने पास उपलब्ध एवं खाली पडे अस्पतालों में कोविड हॉस्पिटल शुरू करने का प्रस्ताव पोटे ट्रस्ट को दिया है.
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प्रशासन कर रहा प्रस्ताव पर विचार
वहीं इस मामले में निगमायुक्त प्रशांत रोडे का कहना रहा कि, पोटे ट्रस्ट की ओर से जिला प्रशासन को बेहद शानदार प्रस्ताव दिया गया है. जिस पर प्रशासन द्वारा निश्चित तौर पर आवश्यक विचार-विमर्श किया जा रहा है. इसके बाद जिलाधीश कार्यालय के जरिये मनपा प्रशासन को जो भी दिशानिर्देश मिलेंगे, उन पर अमल किया जायेगा. फिलहाल प्रशासन द्वारा इस बारे में कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है. लेकिन उम्मीद है कि, जल्द ही जिलाधीश द्वारा इस बारे में आवश्यक फैसला लिया जायेगा.